रेलवे साइडिंग फायरिंग कांड का खुलासा, पुलिस ने आरोपी अजय लंगड़ा को हथियार सहित पकड़ा
रामगढ़: रामगढ़ जिले के भुरकुंडा रेलवे साइडिंग में हुई फायरिंग की घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पतरातु पुलिस ने मुख्य आरोपी अजय कुमार यादव उर्फ छोटू उर्फ लंगड़ा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उसके कब्जे से फायरिंग में इस्तेमाल की गई पिस्टल और गोली भी बरामद की गई है। पूरे मामले की जानकारी पतरातु एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने भदानीनगर ओपी परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
गुप्त सूचना ने दिलाई सफलता, शादी समारोह में छिपा था आरोपी
एसडीपीओ के अनुसार रामगढ़ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि भदानीनगर फायरिंग कांड में नामजद आरोपी अजय कुमार यादव अपने घर स्थित पतरातु ब्लॉक मोड़ इलाके में एक शादी समारोह में शामिल होने आया हुआ है। सूचना गंभीर होने के कारण तत्काल एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया गया।
टीम में पतरातु इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह, भदानीनगर ओपी प्रभारी अख्तर अली और बरकाकाना ओपी प्रभारी उमाशंकर वर्मा शामिल थे। रात में इलाके में घेराबंदी करते हुए पुलिस ने छापामारी शुरू की। जैसे ही आरोपी को पुलिस की भनक लगी, वह मौके से भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन पुलिस टीम ने पीछा कर उसे दबोच लिया।
पूछताछ में स्वीकारा अपराध, हथियार की बरामदगी ने पुख्ता किए सबूत
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में अजय लंगड़ा ने स्वीकार किया कि 2 सितंबर 2025 की शाम वह अपने साथियों के साथ मोटरसाइकिल से रेलवे साइडिंग भदानीनगर (भुरकुंडा) गेट के सामने पहुंचा था और वहीं फायरिंग की थी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटना में उपयोग की गई पिस्टल और जिंदा गोली बरामद की। हथियार मिलने के बाद मामला पूरी तरह स्पष्ट हो गया।
जेल भेजा गया आरोपी, बाकी फरार अपराधियों की तलाश जारी
अजय लंगड़ा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे विधिवत कागजी प्रक्रिया पूरी कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अब उसके अन्य सहयोगियों की तलाश में लगी है, जिनके साथ मिलकर उसने फायरिंग की थी। एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने कहा कि भुरकुंडा फायरिंग कांड को लेकर पुलिस शुरुआत से ही सक्रिय थी। आरोपी का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
घटना से क्षेत्र में फैली थी दहशत
रेलवे साइडिंग पर हुई फायरिंग ने स्थानीय कर्मियों और मजदूरों में भय का माहौल पैदा कर दिया था। घटना के बाद से पुलिस लगातार निगरानी बढ़ाए हुए थी और आरोपी की तलाश में कई जगह छापेमारी की जा रही थी।



