बोकारो दोहरा हत्याकांड का एसआईटी ने किया खुलासा
व्यावसायिक रंजिश में बुजुर्ग दंपति की निर्मम हत्या
बोकारो: बोकारो स्टील सिटी को हिलाकर रख देने वाले बुजुर्ग दंपति हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हरला थाना क्षेत्र के बोकारो स्टील प्लांट के गेट नंबर 3 के पास स्थित जोशी कॉलोनी में 30 नवंबर की रात हुए इस दर्दनाक दोहरे हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। एसपी हरविंदर सिंह के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने महज कुछ दिनों में मामले की परतें खोलते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ घटनाक्रम: चाय–पकौड़ी बेचने वाले दंपति पर घर में घुसकर हमला
मृतक दंपति जोशी कॉलोनी में वर्षों से चाय और पकौड़ी की दुकान चलाते थे, साथ ही बोकारो स्टील प्लांट में कैंटीन संचालन से भी जुड़े हुए थे। दुकान के ठीक सामने आरोपी ओमप्रकाश कुमार उर्फ ललुआ अपनी दुकान चलाता था। दोनों के बीच लंबे समय से ग्राहक को लेकर विवाद और तनाव बताया जा रहा था।
30 नवंबर की रात करीब साढ़े दस बजे ओमप्रकाश अपने साथी रामचंद्र कुमार उर्फ बिट्टू के साथ दंपति के घर पहुँचा। पहले उन्होंने सिगरेट लेने के बहाने दरवाजा खुलवाया। जैसे ही महिला ने दरवाजा खोला, विवाद बढ़ गया और आरोपी गाली–गलौज पर उतर आया। महिला के विरोध करने पर ओमप्रकाश ने ईंट से हमला कर उसे घायल कर दिया। इसके बाद दोनों आरोपी अंदर घुसे और दंपति पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करते हुए मौके पर ही उनकी हत्या कर दी।
घटना के बाद सबूत मिटाने की कोशिश, शव और हथियार छुपाने की योजना
हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने घटनास्थल से खून से सना चाकू, ईंट और कपड़े लेकर वहां से निकलने की कोशिश की। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि साक्ष्य छुपाने के लिए दोनों ने मृतकों के मोबाइल फोन का की-पैड तोड़कर बर्बाद कर दिया। आरोपी कार में इन सामानों को ले जा रहे थे, लेकिन उनकी गतिविधि पर पुलिस की नजर पड़ गई और शक होने पर उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि वे सबूतों को नष्ट कर शव को झरिया इलाके में फेंकने की साजिश रच रहे थे। झरिया पुलिस ने बाद में शव बरामद कर लिया।
एसआईटी की तेज कार्रवाई में जुटे महत्वपूर्ण सबूत
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से जो सामान बरामद किया है, वह इस हत्याकांड का पूरा सच सामने लाता है। बरामदगी में खून से सना चाकू, खून से सनी ईंट, खून से लथपथ कपड़ा, मृत दंपति का टूटा हुआ मोबाइल, घटनास्थल से जुड़े अन्य डिजिटल व भौतिक साक्ष्य शामिल हैं। एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि आरोपियों और मृतकों के बीच व्यावसायिक रंजिश लंबे समय से चली आ रही थी, जिसे आरोपी ओमप्रकाश ने “प्रतिष्ठा का मुद्दा” बना लिया था। इसी वजह से उसने अपने दोस्त बिट्टू के साथ मिलकर घातक हमला किया।
परिजनों का आक्रोश, आरोपियों की पिटाई के बाद पुलिस ने लिया हिरासत में
जैसे ही गांव में हत्या का खुलासा हुआ, मृतक के परिजन उग्र हो गए। परिजन व स्थानीय लोग आरोपी के घर पहुंचे और हर्ष कर्मकार व उसकी मां मीनू कर्मकार की जमकर पिटाई कर दी। हालांकि पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों को भीड़ से निकालकर सुरक्षित थाना पहुंचाया। घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण रहा।
एसपी बोले—न्याय सुनिश्चित होगा, कड़ी कार्रवाई जारी
प्रेस वार्ता में एसपी हरविंदर सिंह ने कहा—
“हत्या पूरी तरह पूर्व नियोजित और व्यावसायिक रंजिश का परिणाम है। दोनों आरोपी हिरासत में हैं और उनके खिलाफ मजबूत चार्जशीट दायर की जाएगी ताकि कठोर सजा सुनिश्चित हो सके।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की छेड़छाड़ या सबूत नष्ट किए जाने की कोशिश को पुलिस ने विफल कर दिया है।
क्षेत्र में शोक और दहशत, दंपति को न्याय दिलाने की मांग तेज
जोशी कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में दहशत और शोक का माहौल है। स्थानीय लोग दंपति को शांत स्वभाव और मेहनती बताते हैं तथा आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस फिलहाल घटना से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है।



