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गिरिडीह–हजारीबाग सीमा पर नकली विदेशी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़

Spirit Seizure

4000 लीटर स्पिरिट जब्त; झारखंड–यूपी के सरकारी होलोग्राम भी मिले

गिरिडीह/हजारीबाग : झारखंड में अवैध शराब निर्माण के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत रांची उत्पाद विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है। गिरिडीह और हजारीबाग जिले की सीमा पर स्थित चलपनिया और आठमाइल इलाके में नकली विदेशी शराब बनाने वाली एक बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। रांची उत्पाद आयुक्त के निर्देश पर इंटेलिजेंस विंग ने यह सघन छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में तैयार नकली शराब, 4000 लीटर स्पिरिट, निर्माण उपकरण और झारखंड व उत्तर प्रदेश सरकार के नकली होलोग्राम बरामद किए गए।

यह कार्रवाई उन निरंतर सूचनाओं के आधार पर की गई, जिनमें बताया जा रहा था कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाई जा रही है और इसकी तस्करी बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों में की जा रही है। उत्पाद विभाग लगातार इसकी निगरानी और खुफिया जांच कर रहा था, जिसके बाद बुधवार को कार्रवाई को अंतिम रूप दिया गया।

कृष्णा साव के घर पर छापेमारी, 4000 लीटर स्पिरिट और विदेशी शराब बरामद
रांची उत्पाद विभाग की टीम ने चलपनिया इलाके में कृष्णा साव के घर पर छापेमारी की। छापेमारी इतनी बड़ी थी कि आसपास के गांवों में भी अफरा-तफरी मच गई। घर के भीतर प्रवेश करते ही टीम ने देखा कि वहां छोटे स्तर की फैक्ट्री की तरह सेटअप बनाकर नकली विदेशी शराब तैयार की जा रही थी।

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बरामद सामानों में लगभग—

  • 4000 लीटर स्पिरिट,
  • बड़ी संख्या में नकली विदेशी शराब की बोतलें,
  • निर्माण उपकरण, मिक्सिंग मशीनें, पैकिंग सामग्री,
  • नकली होलोग्राम,
  • विभिन्न ब्रांड के ढक्कन और लेबल शामिल थे।
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बरामद शराब और कच्चे माल की अनुमानित बाजार कीमत लगभग 80 लाख रुपये बताई गई है, जो इस रैकेट के बड़े पैमाने को दर्शाता है।

झारखंड और उत्तर प्रदेश के सरकारी होलोग्राम का दुरुपयोग—बहु-राज्यीय रैकेट की पुष्टि
जांच में यह खुलासा हुआ कि इस अवैध फैक्ट्री में झारखंड और उत्तर प्रदेश के सरकारी विदेशी शराब होलोग्राम की नकली प्रतियां तैयार की जा रही थीं। इन होलोग्रामों का उपयोग करके शराब को वैध दिखाया जाता था, जिससे पुलिस और उत्पाद विभाग को गुमराह किया जा सके।

इसी के साथ यह प्रमाणित हो गया कि यह रैकेट एक–दो लोगों का नहीं बल्कि बहु-राज्यीय नेटवर्क था, जिसमें नकली होलोग्राम तैयार करने वाले, तस्करी करने वाले और खुदरा विक्रेता तक शामिल थे।

बिहार में शराबबंदी के कारण बढ़ी तस्करी—इस रैकेट का बड़ा बाजार
जांच दल ने बताया कि यह नकली शराब मुख्य रूप से बिहार भेजी जाती थी। जब से बिहार में शराबबंदी लागू हुई है, तब से झारखंड के सीमावर्ती जिलों में नकली और अवैध शराब निर्माण तेजी से बढ़ा है। गिरिडीह–हजारीबाग का यह इलाका इन रैकेटों के लिए सुरक्षित माना जा रहा था क्योंकि यहां से बिहार की सीमा अपेक्षाकृत करीब है।

इसके अलावा पुलिस को जानकारी मिली है कि इसी शराब की खेप झारखंड के अंदर कई जिलों में और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी भेजी जाती थी।

इंटेलिजेंस विंग को पहले से मिल रही थी सूचना—कुछ महीने से चल रही थी मॉनिटरिंग
उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से लगातार सूचना मिल रही थी कि इस क्षेत्र में नकली शराब का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। स्थानीय स्तर पर टीम ने कई बार गुप्त जांच की, ड्रोन से इलाके की निगरानी कराई और मोबाइल सर्विलांस के जरिए कई संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाया।

जब यह पुष्टि हो गई कि बड़े पैमाने पर स्पिरिट और नकली विदेशी शराब बनाई जा रही है, तब आयुक्त के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई और बुधवार की सुबह एक साथ कार्रवाई की गई।

80 लाख रुपये का अवैध कारोबार—विस्तृत जांच जारी
छापेमारी में मिली 4000 लीटर स्पिरिट से स्पष्ट है कि फैक्ट्री लंबे समय से संचालित थी और रोजाना हजारों बोतलों की आपूर्ति की जा रही थी। अनुमान है कि इस रैकेट की दैनिक आय लाखों रुपये थी।

प्रारंभिक जांच में यह संकेत भी मिले हैं कि इस कारोबार में कुछ बाहरी राज्यों के माफिया भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है। उत्पाद विभाग अभी इस बात की भी जांच कर रहा है कि नकली स्पिरिट की आपूर्ति कहां से हो रही थी और सरकारी होलोग्राम जैसी संवेदनशील चीजें किसने उपलब्ध कराईं।

उत्पाद विभाग की बड़ी सफलता, नेटवर्क का विस्तार उजागर
गिरिडीह–हजारीबाग सीमा पर नकली विदेशी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ उत्पाद विभाग की हालिया सबसे महत्वपूर्ण कार्रवाई में से एक है। इसने यह स्पष्ट कर दिया है कि झारखंड के ग्रामीण–पर्वतीय इलाकों में अवैध शराब का विस्तृत नेटवर्क सक्रिय है, जो न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा था बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए भी बड़ा खतरा था। उत्पाद विभाग अब इस रैकेट के बाकी सदस्यों की पहचान में जुटा है और संभावना है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ होंगी।

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