जनता दल (यूनाइटेड) ने जारी की दूसरी लिस्ट, 44 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान — एनडीए में सीट बंटवारा पूरा
जेडीयू ने जारी की दूसरी प्रत्याशी सूची
बिहार: जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में पार्टी ने 44 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान किया। इससे पहले बुधवार को पार्टी ने पहली सूची में 57 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। इस तरह जेडीयू ने अब तक अपनी सभी 101 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पूरी कर दी है।
सामाजिक समीकरण पर जेडीयू का फोकस
जेडीयू की ओर से जारी प्रत्याशी सूची में सामाजिक संतुलन को प्राथमिकता दी गई है। पार्टी ने 101 उम्मीदवारों में से 4 मुस्लिम, 37 पिछड़ा वर्ग, 22 अति पिछड़ा वर्ग, 22 सामान्य वर्ग, 15 अनुसूचित जाति और 1 अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा 13 महिलाओं को भी टिकट दिया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी सभी समुदायों में अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है।
एनडीए में सीट बंटवारा
एनडीए गठबंधन ने 12 अक्टूबर को सीट बंटवारे की घोषणा की थी। इसके तहत:
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) — 101 सीट
- जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) — 101 सीट
- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) — 29 सीट
- हिन्दुस्तानी आवाम पार्टी (सेक्युलर) — 6 सीट
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा — 6 सीट
गठबंधन के सभी घटक दलों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
बीजेपी और लोजपा ने भी किया प्रत्याशियों का ऐलान
एनडीए की प्रमुख सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब तक तीन लिस्ट जारी कर अपने सभी 101 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी 14 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। अन्य सहयोगी दलों ने भी अपने प्रत्याशियों का चयन अंतिम रूप दे दिया है।
महिला और पिछड़े वर्ग पर पार्टी की रणनीति
जेडीयू ने इस बार अपनी उम्मीदवार सूची में महिला और पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है। पार्टी का मानना है कि इन तबकों का समर्थन चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा पार्टी ने मुस्लिम समुदाय के 4 उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर अल्पसंख्यक वोट बैंक पर भी नजर टिकाई है।
एनडीए में टिकट बंटवारा पूरा — चुनावी रणनीति तेज
अब जबकि एनडीए के सभी घटक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, चुनावी अभियान भी तेज गति पकड़ने लगा है। गठबंधन की रणनीति साफ है — सीटों पर समय रहते उम्मीदवार उतारकर बूथ लेवल पर जनसंपर्क अभियान को मजबूती देना। जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि सभी प्रत्याशियों को गांव-गांव जाकर संगठन को मजबूत करने और जनता से जुड़ाव बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
विपक्ष के लिए चुनौती
एनडीए के टिकट वितरण के बाद अब विपक्षी दलों के लिए चुनौती बढ़ गई है। जहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपनी सीटों पर सहमति बनाने में जुटी हैं, वहीं एनडीए पहले ही मैदान में उतर चुका है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर नवंबर में मतदान होना है और सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति तेज कर दी है।



