नक्सल विरोधी अभियान में लोहरदगा पुलिस को बड़ी सफलता
जेजेएमपी के दो समर्थक गिरफ्तार, हथियार बरामद
लोहरदगा: नक्सलियों और उग्रवादी संगठनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत लोहरदगा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो समर्थकों को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए हैं। इस कार्रवाई को जिले के नक्सल विरोधी अभियान में एक अहम सफलता माना जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार दोनों आरोपी लंबे समय से जेजेएमपी संगठन को समर्थन दे रहे थे और संगठन के लिए हथियार छिपाकर रखने का काम कर रहे थे। पूछताछ के दौरान दोनों से कई अहम जानकारियां भी मिली हैं, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।
गुप्त सूचना के आधार पर सेन्हा थाना पुलिस की कार्रवाई
लोहरदगा पुलिस को यह सफलता गुप्त सूचना के आधार पर मिली। पुलिस लंबे समय से जेजेएमपी उग्रवादियों के नेटवर्क को कमजोर करने और उनके सपोर्ट सिस्टम को ध्वस्त करने के प्रयास में लगी हुई थी। इसी क्रम में पुलिस को सूचना मिली कि सेन्हा थाना क्षेत्र में जेजेएमपी संगठन के समर्थक अवैध हथियार और कारतूस छुपाकर रखे हुए हैं।
सूचना के सत्यापन के बाद लोहरदगा एसपी सादिक अनवर रिजवी ने कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएसपी मुख्यालय समीर कुमार तिर्की और नव नियुक्त पुलिस उपाधीक्षक सह अंचल निरीक्षक लोहरदगा सुधीर प्रसाद साहू के मार्गदर्शन में सेन्हा थाना प्रभारी नीरज झा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
नसीम अंसारी और श्यामलाल यादव गिरफ्तार
गठित छापेमारी टीम ने सेन्हा थाना क्षेत्र के हेसवे गांव में कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। पूछताछ में उनकी पहचान
- नसीम अंसारी (पिता: सराफत अंसारी), निवासी–हेसवे बाजारटोली
- श्यामलाल यादव (पिता: स्वर्गीय छटन यादव), निवासी–हेसवेके रूप में हुई। दोनों को जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का समर्थक बताया गया है।
साके पहाड़ से पिस्टल और इंसास कारतूस बरामद
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने हथियार और गोलियां अपने घर के पास स्थित साके पहाड़ इलाके में छुपा कर रखी हैं। इनके निशानदेही पर पुलिस टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान पुलिस ने मौके से
- दो पिस्टल
- 82 पीस 5.56 एमएम इंसास राइफल के कारतूस
- तीन पीस 8 एमएम के कारतूस
बरामद किए। बरामद हथियारों और कारतूसों की संख्या को देखते हुए पुलिस इसे नक्सली नेटवर्क के लिए एक बड़ी सप्लाई चेन का हिस्सा मान रही है।
शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज, जेल भेजे गए आरोपी
इस मामले में सेन्हा थाना में शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1-एए), 25(1-बी)ए, 26 और 35 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एसपी सादिक अनवर रिजवी का बयान
लोहरदगा एसपी सादिक अनवर रिजवी ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा, “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के समर्थक हथियार छुपाकर रखे हुए हैं। सूचना के आधार पर टीम का गठन किया गया और छापेमारी में अवैध हथियार व कारतूस बरामद किए गए। दो समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।”
एसपी ने यह भी कहा कि इस कार्रवाई से जेजेएमपी संगठन की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ेगा और आगे भी पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।
उग्रवादियों के सपोर्ट सिस्टम पर पुलिस का फोकस
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अब रणनीति केवल सक्रिय नक्सलियों पर कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके सपोर्ट सिस्टम, फंडिंग और हथियार सप्लाई नेटवर्क को तोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समर्थकों की गिरफ्तारी से संगठन को लॉजिस्टिक स्तर पर कमजोर किया जा सकता है।
लोहरदगा में जेजेएमपी समर्थकों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदी को नक्सल विरोधी अभियान में अहम उपलब्धि माना जा रहा है। यह कार्रवाई न सिर्फ सुरक्षा बलों के लिए रणनीतिक सफलता है, बल्कि इलाके में शांति और सुरक्षा की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य लोगों और नेटवर्क की तलाश में जुट गई है। आने वाले दिनों में उग्रवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।



