रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति का माया टुंगरी पहाड़ पर वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प

समिति ने लगाया फलदार पौधों का झुंड, युवाओं को दिया संदेश – एक पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ
रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक सराहनीय पहल की गई, जब सामाजिक संगठन रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति (RBSS) ने प्रसिद्ध माया टुंगरी पहाड़ पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर नागरिकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। यह कार्यक्रम ना केवल पौधे लगाने तक सीमित रहा, बल्कि इसके माध्यम से लोगों को प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी निभाने का संदेश भी दिया गया।

माया टुंगरी पर हरियाली की पहल
रामगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में स्थित माया टुंगरी पहाड़ पर आयोजित इस वृक्षारोपण अभियान के तहत समिति के सदस्यों ने दर्जनों फलदार वृक्षों जैसे आम, अमरूद, कटहल, नींबू आदि के पौधे लगाए। कार्यक्रम की अगुवाई समिति के अध्यक्षीय पदाधिकारी और क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमी धनंजय कुमार पुटूस ने की।
“आज पेड़ लगाना केवल एक रस्म नहीं, बल्कि यह हमारे अस्तित्व की सुरक्षा का एक कर्तव्य बन चुका है। अगर हम आज पेड़ नहीं लगाएंगे तो आने वाली पीढ़ियां इसका खामियाजा भुगतेंगी।” – धनंजय कुमार पुटूस
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पेड़ जीवन के लिए सबसे अहम हैं – ये न केवल ऑक्सीजन देते हैं बल्कि हमें फल, छाया, जल संरक्षण और जैव विविधता भी प्रदान करते हैं।
युवाओं को दिया प्रेरक संदेश
धनंजय कुमार पुटूस ने युवाओं से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया या डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ-साथ प्रकृति के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि हर युवा को वर्ष में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए। यह कार्य सिर्फ सरकारी योजनाओं पर नहीं छोड़ा जा सकता।


स्थानीय सहभागिता और संचालन
इस वृक्षारोपण अभियान में समिति के सक्रिय सदस्य अजय राम, पिंटू मालाकार, अमर बोदरा, श्रीधर सिंह, राम कुशवाहा, रघुवरन स्वामी, सिकंदर सोनी समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत पूजा-अर्चना और पौधों को जल देकर की गई। समिति ने यह भी सुनिश्चित किया कि लगाए गए पौधों की नियमित देखरेख की जाएगी और उनके जीवित रहने के लिए स्थानीय युवाओं की टीम जिम्मेदार होगी।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में संकल्प
कार्यक्रम के अंत में समिति द्वारा यह संकल्प लिया गया कि माया टुंगरी पहाड़ को एक हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ-साथ रामगढ़ जिले के अन्य पर्यावरणीय दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्रों जैसे नदी किनारे, तालाब परिसर, मंदिर क्षेत्रों और स्कूल परिसरों में भी भविष्य में इसी तरह के वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
RBSS ने यह स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल प्रतीकात्मक नहीं बल्कि एक सतत आंदोलन की शुरुआत है, जिसका उद्देश्य है – रामगढ़ को हरा-भरा, स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाना।
स्थानीय लोगों में उत्साह
कार्यक्रम के बाद आसपास के ग्रामीणों और शहरवासियों में पर्यावरण के प्रति चेतना देखने को मिली। स्थानीय दुकानदार, शिक्षक, और विद्यार्थियों ने इसे एक सकारात्मक शुरुआत बताया। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि पहली बार किसी संगठन ने माया टुंगरी पर इतने व्यवस्थित ढंग से वृक्षारोपण किया है। उम्मीद है कि यह एक परंपरा बन जाएगी।
रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति द्वारा माया टुंगरी पहाड़ पर किया गया वृक्षारोपण अभियान ना सिर्फ पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरूकता लाने वाला है, बल्कि यह इस बात की मिसाल है कि जब स्थानीय संगठन और आम नागरिक मिलकर काम करें, तो कोई भी क्षेत्र हरा-भरा और सुंदर बन सकता है। समिति की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी उपहार है, और निश्चित तौर पर यह रामगढ़ जिले को हरित विकास की दिशा में आगे बढ़ाने वाला कदम है।
मुनादी लाइव के लिए रामगढ़ से मुकेश सिंह की रिपोर्ट.