रांची में न्यायाधीश का मोबाइल चोरी, अपराधियों ने खाते से उड़ाए 2.88 लाख रुपये
रांची : राजधानी रांची से एक चौंकाने वाली और गंभीर लापरवाही उजागर हुई है, जहां खूंटी जिले में पदस्थापित एक न्यायाधीश के मोबाइल फोन की चोरी के बाद उनके बैंक खाते से 2 लाख 88 हजार रुपये साफ कर दिए गए। घटना रांची के सेक्टर-2 बाजार की है, जहां वह सामान्य दिनों की तरह सब्जी खरीदने पहुंचे थे।
मोबाइल चोरी और उसके तुरंत बाद बैंक खाते से पैसे निकल जाना, दोनों घटनाएं इतनी तेजी से हुईं कि पीड़ित न्यायाधीश समझ ही नहीं पाए कि उनके साथ इतनी बड़ी साइबर ठगी कैसे हो गई। मोबाइल चोरी के कुछ ही मिनटों के भीतर अपराधियों ने डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर दो अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए 2.88 लाख रुपये उड़ा लिए।
सेक्टर-2 बाजार में सब्जी खरीदते समय मोबाइल चोरी
मामला उस समय घटा जब न्यायाधीश रांची के सेक्टर-2 बाजार में सब्जी खरीदने पहुंचे थे। भीड़भाड़ वाले इस क्षेत्र में किसी अज्ञात चोर ने मौका देखकर उनका मोबाइल फोन चुरा लिया। चूंकि मोबाइल फोन उनके डिजिटल बैंकिंग सिस्टम से जुड़ा हुआ था, इसलिए अपराधियों को खाते तक पहुंच का रास्ता मिल गया और उन्होंने अत्यंत तेजी से पैसा निकाल लिया।
मोबाइल चोरी के बाद दो बार ट्रांजेक्शन, 2.88 लाख रुपये गायब
मोबाइल चोरी होते ही अपराधियों ने बैंकिंग ऐप और डिजिटल वॉलेट के जरिए दो चरणों में कुल 2 लाख 88 हजार रुपये निकाल लिए। पहले ट्रांजेक्शन में एक बड़ी रकम निकाली गई और फिर दूसरा ट्रांजेक्शन भी सफलतापूर्वक कर लिया गया। इस तेज़ी से किए गए डिजिटल फ्रॉड से साफ है कि अपराधियों ने मोबाइल चोरी करने के बाद तुरंत उसके डेटा और एप्लिकेशन तक पहुंच बना ली।
यह संदेह गहराता जा रहा है कि अपराधियों को मोबाइल के अंदर मौजूद संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने की तकनीक में महारत हासिल है।
जगन्नाथपुर थाना में दर्ज हुई FIR, पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलने के बाद न्यायाधीश ने तत्काल रांची के जगन्नाथपुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मोबाइल चोरी और साइबर फ्रॉड दोनों मामलों की जांच एक साथ शुरू कर दी है।
पुलिस ने बाजार क्षेत्र के CCTV फुटेज खंगालने शुरू किए हैं और उस समय आसपास मौजूद संदिग्ध लोगों की पहचान की जा रही है। साइबर टीम भी संबंधित बैंक खातों और पेमेंट गेटवे का विश्लेषण कर रही है कि पैसा किन खातों में ट्रांसफर किया गया।
न्यायाधीश का आवास सेल सिटी, सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल
न्यायाधीश रांची के सेल सिटी क्षेत्र में रहते हैं, जो एक सुरक्षित और व्यवस्थित इलाका माना जाता है। संवेदनशील पद पर कार्यरत व्यक्ति के मोबाइल चोरी होने से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि मोबाइल चोरी अब सिर्फ एक साधारण चोरी नहीं रह गई है, बल्कि इसके माध्यम से अपराधी कुछ ही मिनटों में बैंक खातों को पूरी तरह खाली कर सकते हैं।
साइबर अपराधियों की बढ़ती गतिविधि से पुलिस चिंतित
रांची पुलिस के अनुसार, शहर में डिजिटल ठगी और मोबाइल चोरी के बाद बैंक फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
अक्सर देखा गया है कि मोबाइल चोरी में शामिल गैंग तुरंत OTP और बैंक ऐप खोलने में माहिर होते हैं, जिससे खाता धारक को पता चलने तक बड़ी रकम गायब हो जाती है।
बाजार में बढ़ती भीड़ और जेबकतरों की सक्रियता पर भी सवाल
सेक्टर-2 बाजार रांची का व्यस्त इलाका है, जहां शाम के समय भारी भीड़ रहती है। इसी भीड़ में चोरी करने वाले गिरोह आसानी से काम करते हैं और घटना के बाद गायब हो जाते हैं। स्थानीय व्यापारियों ने भी पुलिस से इस क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।
पुलिस ने कहा— जल्द होगी गिरफ्तारी
जगन्नाथपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच कई स्तरों पर की जा रही है।
उन्होंने कहा कि CCTV फुटेज, मोबाइल लोकेशन और बैंक ट्रांजेक्शन ट्रेल के आधार पर अपराधियों की पहचान जल्द कर ली जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि साइबर टीम इस केस को हाई-प्रायोरिटी केस के रूप में हैंडल कर रही है क्योंकि इसमें पीड़ित एक न्यायाधीश हैं और अपराध अत्यंत संगठित तरीके से किया गया है।



