झारखंड नक्सली हमले के मास्टरमाइंड अभिजीत कोड़ा पर NIA ने दाखिल की चार्जशीट
रांची की विशेष अदालत में दाखिल चार्जशीट, आरोपी पर IPC, UAPA, आर्म्स एक्ट सहित कई धाराएं; CPI (माओवादी) से जुड़ाव के आरोप
रांची : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने झारखंड में सुरक्षाबलों पर हुए नक्सली हमले के मास्टरमाइंड अभिजीत कोड़ा उर्फ सुनील कोड़ा उर्फ मतला कोड़ा उर्फ मतलू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने रांची की विशेष अदालत में आरोपी पर IPC, आर्म्स एक्ट, एक्सप्लोसिव सब्सटेंसेज एक्ट, क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट 1908 और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) 1967 के तहत चार्जशीट दाखिल की है।
माओवादी संगठन से सक्रिय जुड़ाव
एनआईए की जांच में यह खुलासा हुआ है कि अभिजीत कोड़ा प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) का सक्रिय सशस्त्र कैडर था। वह वरिष्ठ माओवादी नेताओं के लिए संदेश पहुंचाने और सप्लाई कूरियर के रूप में काम करता था। इसके साथ ही, वह नये इलाकों में संगठन का विस्तार करने और गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने में भी मदद करता था।
फरवरी 2024 का हमला
यह मामला फरवरी 2024 का है। उस समय बोकारो जिले के चतरो-चट्टी थाना क्षेत्र स्थित सुंदरी पहाड़ी जंगल में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। पुलिस को इनपुट मिला था कि 15-20 नक्सली वहां डेरा डाले हुए हैं और वे किसी बड़ी वारदात, युवाओं की भर्ती, जबरन वसूली और सुरक्षाबलों पर हमले की साजिश रच रहे हैं।
जैसे ही सुरक्षाबलों ने जंगल में दबिश डाली, नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, माओवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
मौके से बरामद हुए नक्सली साहित्य और उपकरण
मौके से सुरक्षाबलों ने एक लैपटॉप, चार्जर, पेन ड्राइव, वायरलेस हैंडसेट, एफएम रेडियो, फोन नंबरों की लिस्ट, नक्सली साहित्य, बैटरियां, पोर्टेबल स्कैनर, कारतूस, गन पाउडर और अन्य सामान बरामद किया था।
जून 2024 में NIA को सौंपी गई जांच
यह केस जून 2024 में एनआईए को सौंपा गया था। एजेंसी ने अब मुख्य आरोपी अभिजीत कोड़ा पर चार्जशीट दाखिल कर दी है और मामले की जांच आगे भी जारी है।
एनआईए का कहना है कि यह कार्रवाई झारखंड में नक्सली नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। आरोपी के खिलाफ ठोस सबूतों के आधार पर कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई है।