रांची में फिर चली गोलियां: अमन साहू गैंग और कोयलांचल शांति सेना के बीच वर्चस्व की जंग
डोरंडा के सत्यभामा अपार्टमेंट में अमन साहू गैंग के करीबी के घर पर फायरिंग, इलाके में फैली दहशत
रांची: राजधानी रांची में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट ने दहशत फैला दी है। रविवार की देर शाम डोरंडा थाना क्षेत्र के कुसाई कॉलोनी स्थित सत्यभामा अपार्टमेंट में जबरदस्त फायरिंग की घटना सामने आई। बताया जा रहा है कि यह हमला अमन साहू गैंग और कोयलांचल शांति सेना के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है।
घटना सत्यभामा अपार्टमेंट में रहने वाले आकाश राय उर्फ मोनू के घर पर हुई, जो कथित रूप से अमन साहू गैंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। फायरिंग की इस वारदात ने न सिर्फ अपार्टमेंट बल्कि आसपास के पूरे इलाके में डर और अफरातफरी का माहौल बना दिया।
फायरिंग की जिम्मेदारी ली कोयलांचल शांति सेना ने
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस घटना की जिम्मेदारी कोयलांचल शांति सेना नामक संगठन ने खुद ली है। संगठन से जुड़े सदस्यों ने सोशल मीडिया ग्रुप्स और व्हाट्सएप चैट्स के जरिए दावा किया है कि उन्होंने यह कार्रवाई “वर्चस्व और वफादारी दिखाने के लिए की।” पुलिस सूत्रों ने बताया कि फायरिंग के दौरान करीब 6 से 7 राउंड गोलियां चलाई गईं। हालांकि, घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
रंगदारी और कोयला कारोबार पर कब्जे की लड़ाई
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अमन साहू गैंग और कोयलांचल शांति सेना के बीच लंबे समय से रंगदारी और कोयला परिवहन के ठेकों पर वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है। बताया जाता है कि पिछले कुछ महीनों से दोनों गुटों के बीच धमकी और उगाही को लेकर कई बार झड़पें हुई हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया,
“दोनों समूहों के बीच झारखंड के कोयलांचल और राजधानी क्षेत्र में कोयला लोडिंग-अनलोडिंग, परिवहन रूट और रंगदारी को लेकर कई बार तनाव बढ़ा है। यह फायरिंग उसी रंजिश की कड़ी है।”
मौके पर पहुंची पुलिस, CCTV खंगाले जा रहे हैं
घटना की जानकारी मिलते ही डोरंडा थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अपार्टमेंट और आसपास के सभी CCTV फुटेज जब्त कर लिए हैं। वहीं, फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया ताकि घटनास्थल से बरामद गोलियों के खोखे की जांच की जा सके।
रांची सिटी एसपी ने बताया कि,
“घटना में शामिल अपराधियों की पहचान की जा रही है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। दोनों गैंग्स के सक्रिय सदस्यों पर पहले से निगरानी रखी जा रही थी।”
अमन साहू गैंग का पुराना इतिहास
गौरतलब है कि अमन साहू का नाम झारखंड के सबसे चर्चित अपराधियों में शुमार है। वह फिलहाल जेल में बंद है, लेकिन उसके गैंग के सदस्य लगातार रंगदारी, धमकी और वसूली की वारदातों में सक्रिय हैं। झारखंड, बिहार और बंगाल के कई जिलों में इस गिरोह का नेटवर्क फैला हुआ है।
अमन साहू गैंग से जुड़े लोगों पर पहले भी व्यापारियों से उगाही, कोयला ठेकेदारों पर हमला और राजनीतिक नेताओं को धमकी देने के आरोप लगते रहे हैं। वहीं, कोयलांचल शांति सेना पिछले कुछ सालों में तेजी से सक्रिय हुई है, जो खुद को कोयला क्षेत्र के “स्थानीय हितों की रक्षक संगठन” बताती है।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल
फायरिंग के बाद सत्यभामा अपार्टमेंट के निवासियों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी और लोग इधर-उधर भागने लगे। कई परिवारों ने रातभर अपने दरवाजे बंद रखे और बाहर निकलने से परहेज किया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया,
“हम लोग टीवी देख रहे थे तभी बाहर से गोलियों की आवाज आई। कुछ ही मिनटों में पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। बच्चों और बुजुर्गों में जबरदस्त डर है।”
अपराधियों पर कसेगा शिकंजा
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि घटना में शामिल अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। रांची पुलिस अब दोनों गैंग्स के फाइनेंशियल नेटवर्क, संपर्क सूत्रों और लॉजिस्टिक सपोर्ट सिस्टम की जांच कर रही है। इस घटना के बाद रांची पुलिस ने शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है, खासकर डोरंडा, हटिया, बरियातू और कांके क्षेत्रों में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
राजधानी में फिर बढ़ रही गैंगवार की घटनाएं
रांची में पिछले कुछ महीनों में लगातार अपराधी गुटों के बीच गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे पहले भी अमन साहू गैंग के सदस्यों पर कांके रोड और नामकुम इलाके में फायरिंग के आरोप लग चुके हैं। पुलिस प्रशासन के लिए यह चिंता का विषय बनता जा रहा है कि जेल में बंद अपराधियों के नेटवर्क शहर के भीतर सक्रिय हैं।