जमीन माफिया कमलेश पर ईडी की जांच में तेजी: चामा गांव में पहुंची टीम

झारखंड में जमीन माफिया से जुड़े मामलों की जांच में तेजी आ रही है। हाल ही में कांके अंचल के चामा गांव में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहुंची और वहां के ग्रामीणों से मुलाकात की। यह कार्रवाई जमीन माफिया कमलेश के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है।
ईडी की कार्रवाई

ईडी ने 21 जून को कमलेश के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें एक करोड़ रुपये नकद और 100 कारतूस बरामद हुए थे। यह छापेमारी कमलेश कुमार के फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन हड़पने के मामलों की जांच के तहत की गई थी। इस दौरान, ईडी ने कमलेश कुमार को पूछताछ के लिए रांची जोनल ऑफिस बुलाया था, लेकिन वह फरार हो गया।
ग्रामीणों की शिकायतें
चामा गांव के दर्जनों ग्रामीण, जिनकी जमीन कमलेश ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा कर ली थी, ईडी के बुलावे पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि कमलेश ने जबरदस्ती आदिवासी मूल की जमीन को जाली कागज बनाकर हड़प लिया। इन मामलों की जांच के लिए ईडी की टीम गांव में पहुंची और ग्रामीणों से मुलाकात की।
महिला जमीन मालिक 1: “कमलेश ने हमारी जमीन जबरदस्ती फर्जी दस्तावेजों के सहारे हड़प ली। हमें न्याय चाहिए।”
महिला जमीन मालिक 2: “हमारी जमीन को बचाने के लिए हमें ईडी की मदद चाहिए। हम न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।”


कांके सीओ जय कुमार से भी इस मामले में पूछताछ जारी है। यह देखा जा रहा है कि क्या सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से कमलेश ने जमीन पर कब्जा किया है।
जमीन माफिया के खिलाफ यह कार्रवाई महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल पीड़ित ग्रामीणों को न्याय दिलाने में मदद करेगी बल्कि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी और अपराधों को रोकने के लिए भी एक उदाहरण पेश करेगी। ईडी की जांच जारी है और उम्मीद है कि दोषियों को जल्द ही सजा मिलेगी।