झारखंड की बढ़ती आबादी: रांची, गिरिडीह और लातेहार बने हॉटस्पॉट
झारखंड: झारखंड की जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की कुल आबादी लगभग 3.30 करोड़ थी। अनुमान के मुताबिक 2024 तक यह संख्या बढ़कर 3.99 करोड़ के करीब पहुंच गई है। यानी बीते एक दशक में झारखंड की आबादी में करीब 69 लाख लोगों की वृद्धि हुई है।
राज्य के अलग-अलग जिलों में हुई जनसंख्या वृद्धि को देखें तो सबसे अधिक उछाल लातेहार में दर्ज किया गया है। यहां पिछले 10 वर्षों में लगभग 5.84 लाख लोगों की बढ़ोतरी का अनुमान है।
दूसरे स्थान पर राज्य की राजधानी रांची है, जहां करीब 4.94 लाख लोगों की वृद्धि संभावित है। इसके बाद तीसरे स्थान पर गिरिडीह आता है, जहां लगभग 4.38 लाख की वृद्धि का अनुमान है।
जिला-वार रुझान
विशेषज्ञों के अनुसार, इन जिलों में बेहतर संसाधन, रोजगार के अवसर और शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण आबादी में तेज वृद्धि दर्ज की गई है। ग्रामीण इलाकों से भी इन जिलों की ओर बड़े पैमाने पर पलायन हुआ है, जिससे जनसंख्या का दबाव बढ़ा है।
विकास और चुनौतियाँ
आबादी में इस तेज वृद्धि से राज्य सरकार के सामने बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रोजगार और शहरी नियोजन जैसी बड़ी चुनौतियाँ भी खड़ी हो गई हैं।
जनसंख्या बढ़ने से नगर निकायों, प्रशासनिक इकाइयों और संसाधनों पर दबाव बढ़ा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को अब दीर्घकालिक जनसंख्या नीति बनाते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग और बुनियादी सुविधाओं पर अधिक निवेश करना होगा, ताकि बढ़ती आबादी को अवसरों में बदला जा सके।