देश में बड़े हमले की साजिश, रांची से गिरफ्तार आतंकी दानिश निकला मास्टरमाइंड
नई दिल्ली/रांची: भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले की साजिश को सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। बीते दिनों रांची से गिरफ्तार आतंकी अशरफ दानिश उर्फ अशहर दानिश इस साजिश का मास्टरमाइंड निकला। दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में देशभर से 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
मास्टरमाइंड दानिश की गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, यह आतंकी मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स के संपर्क में था और भारत में बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना बना रहा था। इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र के न्यू तबारक लॉज से गिरफ्तार किया गया। दानिश कई फर्जी पहचान से काम करता था, जिसमें वह खुद को कंपनी का सीईओ, गजबा और प्रोफेसर बताता था।
छह महीने की निगरानी
सुरक्षा एजेंसियां बीते 6 महीने से इस मॉड्यूल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थीं। खुफिया इनपुट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और राज्यों की एटीएस ने संयुक्त छापेमारी की।
अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी
छापेमारी में मुंबई से सूफियान अबुबकर खान और आफताब अंसारी को मंगलवार को दिल्ली से पकड़ा गया। तेलंगाना के निजामाबाद से हुजैफा यमन और मध्य प्रदेश के राजगढ़ से कामरान कुरैशी को भी गिरफ्तार किया गया। इन सबकी गतिविधियों को खुफिया एजेंसियां लगातार ट्रैक कर रही थीं।
पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये संदिग्ध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तान स्थित अपने हैंडलर्स के संपर्क में रहते थे। उन्हें न केवल फंडिंग बल्कि ऑपरेशन से जुड़े निर्देश भी वहीं से मिलते थे। पुलिस के अनुसार, इन लोगों के पास से रसायन, बॉल बेयरिंग, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और आईईडी बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं।
कोर्ट में पेशी और पुलिस रिमांड
गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को सभी संदिग्धों को नई दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने मास्टरमाइंड अशरफ दानिश और एक अन्य संदिग्ध को 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया, ताकि एजेंसियां उनसे गहन पूछताछ कर सकें। अन्य गिरफ्तार आरोपियों से भी लगातार पूछताछ चल रही है।
एजेंसियों की सतर्कता से बड़ा हमला टला
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह कार्रवाई समय पर हुई, जिससे देश में संभावित बड़ा हमला टल गया। फिलहाल सभी संदिग्धों से गहन पूछताछ की जा रही है। डिजिटल उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क और अन्य संभावित सहयोगियों का पता लगाया जा सके।
झारखंड से पहली बार इतना बड़ा खुलासा
रांची में दानिश की गिरफ्तारी झारखंड के सुरक्षा इतिहास में बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। राज्य की एटीएस ने दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय करके यह मॉड्यूल पकड़ा। यह भी सामने आया है कि दानिश के ठिकाने से मिली सामग्री विस्फोटक बनाने के लिए इस्तेमाल हो सकती थी।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों का बयान
अधिकारियों ने बताया कि दानिश और उसके साथियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए आगे और भी छापेमारी की जा सकती है। इसके अलावा इनके वित्तीय स्रोतों की जांच और विदेश में बैठे संचालकों तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है
रांची से आतंकी दानिश की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि झारखंड जैसे राज्यों में भी आतंकी नेटवर्क जड़ें जमाने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने देश को एक बड़े हादसे से बचा लिया।