सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में दो दिवसीय एचपीसी पर कार्यशाला: समग्र मूल्यांकन प्रणाली में सुधार की दिशा में कदम

रांची, 21 सितंबर: सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में दो दिवसीय एचपीसी (होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड) पर कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बुनियादी, प्रारंभिक, मध्य और माध्यमिक स्तरों पर एचपीसी के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन एनसीईआरटी की ‘परख’ इकाई और रांची सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स द्वारा किया गया, जिसमें विशेषज्ञ वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।

प्रो. (डॉ.) इंद्राणी भादुड़ी, सीईओ और हेड, परख एवं एजुकेशनल सर्वे डिविजन, एनसीईआरटी ने एचपीसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभा को वर्चुअली संबोधित किया। इस कार्यशाला में झारखंड के 49 स्कूलों के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और 110 से अधिक शिक्षकों ने हिस्सा लिया।


कार्यशाला का उद्देश्य मौजूदा मूल्यांकन पद्धतियों में सुधार करते हुए गुणवत्तापूर्ण और समग्र मूल्यांकन की दिशा में परिवर्तन को समझना था। यह परिवर्तन एनईपी 2020 और एनसीएफ 2023 का अभिन्न हिस्सा है, जो शिक्षा प्रणाली में समग्रता और मूल्यांकन के नए आयाम जोड़ने का प्रयास करता है।
कार्यशाला के दौरान, विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और प्रशिक्षक एनसीईआरटी के दिशानिर्देशों के अनुसार, अपने शैक्षणिक ढांचे में एचपीसी को सम्मिलित करने के तरीकों पर विचार-विमर्श कर रहे थे।


कार्यक्रम में सरला बिरला पब्लिक स्कूल की प्राचार्या, श्रीमती परमजीत कौर ने एनसीईआरटी का आभार व्यक्त किया और कहा कि सीबीएसई लगातार शैक्षणिक पद्धतियों में बदलाव कर रहा है। एचपीसी के माध्यम से मूल्यांकन प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार आएगा, जो प्रतिस्पर्धा आधारित मूल्यांकन प्रणाली में बड़ा बदलाव लाएगा।
कार्यशाला के सफल आयोजन से शिक्षकों को समग्र मूल्यांकन की अवधारणा को गहराई से समझने और उसे अपने विद्यालय में लागू करने की प्रेरणा मिली।