एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड और आईबीएम ने मिलकर आयोजित किया राष्ट्रीय हैकाथॉन, छात्रों को मिला नवाचार और इंडस्ट्री से जुड़ाव का अवसर
रांची, 15 जुलाई 2025 | मुनादी लाइव डेस्क: तकनीकी नवाचार और उद्योग-उन्मुख शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग ने आईबीएम के सहयोग से ‘राष्ट्रीय हैकाथॉन 2025’ का सफल आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को समस्या-समाधान आधारित सोच, डेटा विज्ञान, क्लाउड एप्लिकेशन डेवलपमेंट और इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स की ओर उन्मुख करना रहा।
समारोह की शुरुआत और उद्देश्य कार्यक्रम की शुरुआत में एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड के कुलपति डॉ. अशोक के. श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“आज के समय में शिक्षा सिर्फ कक्षा तक सीमित नहीं है, यह प्रयोगात्मक और नवाचार आधारित होनी चाहिए। यह हैकाथॉन हमारे छात्रों को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुकूल तैयार करने का प्रयास है।”
IBM के विशेषज्ञों ने दिए मार्गदर्शन आईबीएम के डेटा साइंटिस्ट और क्लाउड एप्लिकेशन डेवलपर श्री प्रज्वल दीप खोखर ने ऑनलाइन परीक्षा और हैकाथॉन के प्रारूप की विस्तृत जानकारी देते हुए छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा,
“एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड की यह पहली भागीदारी है, जो यह दर्शाता है कि राज्य की शैक्षणिक संस्थाएं अब राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी नवाचार में भागीदारी बढ़ा रही हैं।”
वहीं, आईबीएम के एक और डेटा वैज्ञानिक श्री आयुष रेहल ने बताया कि यह हैकाथॉन सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो शिक्षा और इंडस्ट्री के बीच की खाई को भरने का काम करता है।
“यह मंच छात्रों को रियल-टाइम समस्याओं के लिए स्मार्ट और सामाजिक रूप से प्रासंगिक समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है।”
प्रतियोगिता के स्तर और भविष्य की राह हैकाथॉन का प्रारंभिक चरण ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से आयोजित हुआ। इस दौर में सफल छात्र बेंगलुरु में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय फाइनल्स में भाग लेंगे, जहां वे विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों और उद्योग विशेषज्ञों के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों को अभ्यासात्मक सीख, टीमवर्क, डिजिटल समाधान तैयार करने की क्षमता और प्रेजेंटेशन स्किल्स के क्षेत्र में संवारने का मौका देती हैं।
शिक्षा और नवाचार की ओर एक ठोस कदम राष्ट्रीय हैकाथॉन, जिसे देशभर में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है, आज एक ऐसा मंच बन चुका है जहां छात्र स्मार्ट, स्केलेबल और सोशल इम्पैक्ट वाले समाधान प्रस्तुत करते हैं।
एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड की यह पहल इस बात का प्रमाण है कि संस्थान तकनीकी शिक्षा को केवल डिग्री नहीं, बल्कि सक्षम भविष्य निर्माण का माध्यम मानता है।
देशभर में हो रहे डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के इस युग में ऐसी पहलें नई पीढ़ी को सक्षम बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
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