बीएसएल विस्तारीकरण के समर्थन में एकजुट हुए संगठन, पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री को भेजे पोस्टकार्ड

कुमार अमित की अगुवाई में शुरू हुआ अभियान बना जनआंदोलन, 3 अगस्त को सेमिनार में दिखाई देगा बोकारो की आवाज़ का असर

बोकारो, झारखंड: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के प्रस्तावित विस्तारीकरण और बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) को सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने की मांग अब एक व्यापक जनआंदोलन का रूप ले चुकी है। इस मुहिम की अगुवाई कर रहे कुमार अमित को शहर के विभिन्न सामाजिक, सैनिक और कर्मचारी संगठनों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। पूर्व सैनिकों से लेकर निजी स्कूलों के संगठन, होमगार्ड, मजदूर यूनियन और धार्मिक सेवा संगठनों तक — हर वर्ग ने इस अभियान को अपनी आवाज दी है। खास बात यह है कि पूर्व सैनिकों ने इस अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचाने की पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 10,000 पोस्टकार्ड भेजने की योजना शुरू की है।
पोस्टकार्ड से शुरू हुआ राष्ट्रीय अभियान
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रतिनिधियों राकेश मिश्रा, दिनेश्वर सिंह और संजीव कुमार के नेतृत्व में यह अभियान न केवल बोकारो की आवाज बन रहा है, बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व तक एक स्पष्ट संदेश भी भेज रहा है – कि बीएसएल विस्तारीकरण और बीजीएच को उच्च चिकित्सा संस्थान बनाना बोकारो और झारखंड दोनों के भविष्य के लिए अनिवार्य है। पूर्व सैनिकों का मानना है कि सरकार ने देश की सेवा करने वाले सैनिकों की जरूरतों को समझना चाहिए और बोकारो में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाकर आम लोगों के साथ-साथ सेना के सेवानिवृत्त जवानों और उनके परिवारों को भी राहत दी जा सकती है।

सामाजिक संगठनों की एकजुटता
इस अभियान में सहोदया (निजी स्कूलों का संगठन) के अध्यक्ष सुरज शर्मा, अयप्पा सेवा संगम के अध्यक्ष पी. राजा गोपाल, मोहन नायर, बोकारो मजदूर समाज के अध्यक्ष और विस्थापित नेता राजेश महतो, होमगार्ड वेलफ़ेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अमरेन्द्र द्विवेदी, जयप्रकाश यादव और उमेश पांडेय जैसे प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समर्थन देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार बोकारो की जनता की वास्तविक मांगों पर संज्ञान ले।
कुमार अमित ने इन सभी संगठनों का आभार जताया और कहा कि 3 अगस्त को आयोजित होने वाला विशेष जन सेमिनार इस आंदोलन की दिशा तय करेगा।

कुमार अमित का बयान – “यह सिर्फ स्टील प्लांट नहीं, बोकारो का भविष्य है”

कुमार अमित ने कहा: “BSL का विस्तारीकरण न केवल औद्योगिक दृष्टि से बल्कि रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा और आर्थिक विकास की दृष्टि से भी बोकारो के लिए जीवनरेखा है। बीजीएच को सुपरस्पेशलिटी बनाने से पूरे उत्तर झारखंड को चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि राजनीति और अफसरशाही के बीच दबी बोकारो की जनता की आवाज़ को एकजुट होकर प्रधानमंत्री तक पहुँचाया जाए। यह सिर्फ किसी पार्टी की मांग नहीं, बल्कि हर वर्ग के लोगों की सामूहिक मांग है।
3 अगस्त को होगा जनसमर्थन का महाआयोजन
अभियान से जुड़े अतुल सिंह, योगेन्द्र कुमार, शशि सिंह, सुनील महतो, चंद्रप्रकाश और निवारण महतो ने बताया कि 3 अगस्त को बोकारो में एक विशाल जनसमर्थन सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी समर्थक संगठनों, आम नागरिकों, बुद्धिजीवियों और युवा वर्ग को आमंत्रित किया गया है। यह सेमिनार न केवल मांगों को दोहराएगा, बल्कि आगामी रणनीति और सरकार पर दबाव की दिशा भी तय करेगा।

बोकारो अब सिर्फ स्टील के लिए नहीं, अपने अधिकारों के लिए भी जाना जाएगा। कुमार अमित के नेतृत्व में जिस तरह सामाजिक संगठन, पूर्व सैनिक, शिक्षक, होमगार्ड और मजदूर एक मंच पर आकर विकास के मुद्दे पर एकजुट हो रहे हैं, वह झारखंड के अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत है। अगर सरकार ने इस आवाज को नहीं सुना, तो यह आंदोलन और भी व्यापक होगा – और पोस्टकार्ड से निकली यह चेतावनी, एक जनज्वार में बदल जाएगी।