रांची के मोरहाबादी मैदान में भव्य रावण दहन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हुए शामिल
रांची: राजधानी रांची का मोरहाबादी मैदान मंगलवार को विजयादशमी के पावन अवसर पर भव्य रावण दहन और दशहरा महोत्सव का गवाह बना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। पंजाबी-हिंदू बिरादरी दशहरा कमेटी, मोरहाबादी एवं श्री दुर्गा पूजा एवं रावण दहन समिति, अरगोड़ा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस विशाल समारोह में हजारों की संख्या में श्रद्धालु और नागरिक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री का संबोधन
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विजयादशमी बुराई पर अच्छाई, अन्याय पर न्याय और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारी संस्कृति और सभ्यता की जड़ों को मजबूत करता है और समाज को सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को दशहरा की शुभकामनाएँ देते हुए कहा—
“बुराई पर अच्छाई की जीत का यह पर्व आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए। हम सब मिलकर झारखंड को आपसी भाईचारे और सामंजस्य के साथ नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँगे।”
संस्कृति से गहरा जुड़ाव
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि खराब मौसम और बारिश के बावजूद भारी संख्या में लोग रावण दहन देखने के लिए उपस्थित हुए हैं, जो झारखंड की जनता के संस्कृति और परंपरा के प्रति गहरे जुड़ाव को दर्शाता है। उन्होंने आयोजन समिति और उपस्थित जनता का आभार जताते हुए कहा कि राज्य सरकार झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
भव्य रावण दहन
शाम होते ही मैदान में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। जैसे ही आग की लपटें आसमान को छूने लगीं, मैदान में उपस्थित हजारों लोगों ने जोरदार तालियों और जयकारों से उत्सव का स्वागत किया। आतिशबाजी और रोशनी ने पूरे वातावरण को दिव्य बना दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस पल का भरपूर आनंद उठाया।
ऐतिहासिक आयोजन
मोरहाबादी मैदान में दशहरा और रावण दहन का आयोजन झारखंड के सबसे बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में से एक माना जाता है। इस आयोजन की ऐतिहासिक परंपरा दशकों से चली आ रही है। हर वर्ष यहाँ हजारों की संख्या में श्रद्धालु, नागरिक और राजनीतिक-सामाजिक हस्तियाँ उपस्थित होती हैं। इस बार भी माहौल पूरी तरह से भक्तिमय और उत्सवमय नजर आया।
गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा इस अवसर पर कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इनमें केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, झारखंड सरकार के मंत्री राधाकृष्ण किशोर, विधायक सी.पी. सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, झारखंड सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री विनोद पांडे, JSCA अध्यक्ष अजय नाथ शाहदेव, पंजाबी-हिंदू बिरादरी दशहरा कमेटी मोरहाबादी के अध्यक्ष सुधीर उग्गल, चेयरमैन कुणाल अजमानी, पूर्व अध्यक्ष राजेश खन्ना और श्री दुर्गा पूजा एवं रावण दहन समिति अरगोड़ा के अध्यक्ष पंकज कुमार साहू सहित कई गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित थीं।
इसके अतिरिक्त नरेंद्र प्रसाद साहू, पंचानंद कुमार, कंचन साहू, रवि साहू और बड़ी संख्या में समिति के सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिकों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को संदेश दिया कि विजयादशमी केवल एक त्योहार ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, अंततः जीत अच्छाई की ही होती है। उन्होंने कहा कि झारखंड की संस्कृति बहुतेरी परंपराओं का संगम है और सरकार इस धरोहर को संरक्षित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
नागरिकों में उत्साह
रावण दहन कार्यक्रम को देखने आए लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। परिवारों ने बच्चों के साथ मैदान में आकर इस त्योहार का आनंद लिया। उपस्थित नागरिकों ने कहा कि मोरहाबादी का दशहरा केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक बन चुका है।
कुल मिलाकर, रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य रावण दहन कार्यक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि झारखंड की सांस्कृतिक विरासत कितनी जीवंत और प्रभावशाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी और उनके प्रेरणादायक संदेश ने इस आयोजन को और खास बना दिया। विजयादशमी का यह पर्व समाज को एकता, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।