डॉन बॉस्को पब्लिक स्कूल में मैट्रिक टॉपरों का हुआ भव्य सम्मान, उपलब्धि और प्रेरणा का अनोखा संगम

पाकुड़ (झारखंड), 6 जुलाई 2025: सदर प्रखंड अंतर्गत चापाडांगा स्थित डॉन बॉस्को पब्लिक स्कूल ने शनिवार को एक ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बना, जब विद्यालय परिसर में मैट्रिक परीक्षा 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले टॉपर छात्र-छात्राओं को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया। यह समारोह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं था, बल्कि संस्थान के शैक्षणिक मूल्यों, विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, और शिक्षकों के समर्पण की साझा जीत का उत्सव बन गया।

सम्मान समारोह: शिक्षा और संस्कार का मिलन
विद्यालय परिसर को इस विशेष अवसर पर सजाया गया था जैसे किसी पर्व का आयोजन हो। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत के साथ हुई, जिसने पूरे माहौल को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। इसके पश्चात दीप प्रज्वलन कर विधिवत समारोह का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिष्ठित समाजसेवी लुत्फल हक और दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) के प्रिंसिपल जेके शर्मा उपस्थित हुए। मंच पर इनका स्वागत विद्यालय के डायरेक्टर सह प्रिंसिपल शिव शंकर दुबे द्वारा पुष्पगुच्छ और शॉल भेंट कर किया गया। अतिथियों के सम्मान में विद्यार्थियों ने पारंपरिक लोकधुनों पर नृत्य भी प्रस्तुत किया।

टॉपर छात्रों को किया गया सम्मानित
विद्यालय के मंच पर एक-एक कर 17 टॉपर छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। ऋतुराज (475 अंक, 95%), मो. सैफुल्लाह अहमद (460 अंक, 92%), मो. तारिक अहमद और श्रेया भारद्वाज (455 अंक, 91%), आयुष कुमार (449 अंक, 89.8%), और दिव्या कुमारी (434 अंक, 86.8%) जैसे मेधावी छात्रों को जब मंच पर सम्मानित किया गया, तो पूरे परिसर में तालियों की गूंज उठी। इन चेहरों पर परिश्रम, समर्पण और आत्मविश्वास की चमक स्पष्ट रूप से झलक रही थी।

यह क्षण न केवल छात्रों के लिए बल्कि अभिभावकों, शिक्षकों और पूरे विद्यालय परिवार के लिए भी गर्व का विषय बना।


प्रेरक वक्तव्य: एक भविष्य की नींव
समाजसेवी लुत्फल हक ने अपने संक्षिप्त परंतु प्रभावशाली संबोधन में कहा:
“हर छात्र में अपार क्षमता है। ज़रूरत है तो उसे दिशा, अवसर और प्रोत्साहन देने की। अपने लक्ष्य को निर्धारित कीजिए और पूरे मनोयोग से उस दिशा में बढ़ते जाइए। आपकी मेहनत ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है।”
डीपीएस प्रिंसिपल जेके शर्मा ने छात्रों को सफलता के सूत्र बताते हुए कहा:
“हर लक्ष्य के पीछे कठिन परिश्रम और अनुशासन की छाया होती है। असफलता केवल सीखने का अवसर है, हार नहीं। आत्म-विश्लेषण और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है।”
विद्यालय प्रबंधन की भावनाएं: गर्व और कृतज्ञता
विद्यालय के प्रिंसिपल शिव शंकर दुबे ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा:
“हमारे छात्रों ने यह सिद्ध किया है कि ग्रामीण क्षेत्र में रहकर भी यदि सही मार्गदर्शन, समर्पण और संसाधन मिलें तो कोई भी छात्र असंभव को संभव कर सकता है। यह समारोह उन तमाम शिक्षकों को भी समर्पित है, जिन्होंने बिना थके विद्यार्थियों को इस मुकाम तक पहुँचाया।”
उन्होंने अभिभावकों का भी आभार जताया और कहा कि यह सफलता घर, स्कूल और समाज – तीनों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है।
समारोह का उत्सवमय माहौल
इस समारोह में सैकड़ों छात्र-छात्राएं, अभिभावक, शिक्षकगण और स्थानीय बुद्धिजीवी उपस्थित थे। बच्चों की कला, संगीत और नृत्य प्रस्तुतियों ने समारोह में जीवंतता भर दी। हर कोना प्रेरणा की गूंज से भर गया था।
भविष्य की पीढ़ी को मार्गदर्शन
डॉन बॉस्को पब्लिक स्कूल का यह प्रतिभा सम्मान समारोह न केवल शैक्षणिक उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि यह एक मॉडल आयोजन बनकर उभरा, जिसमें शिक्षा, प्रेरणा, मूल्य और संस्कार – सभी एक मंच पर एकत्रित हुए। यह कार्यक्रम आने वाले वर्षों में विद्यार्थियों को मेहनत, समर्पण और सच्चाई के रास्ते पर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
रिपोर्ट: सुमित भगत, पाकुड़