झारखंड में फर्जी वेबसाइट के ज़रिए नियुक्तियों के नाम पर हो रही ठगी, स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी

रांची, 13 ,अप्रैल 2025 : झारखंड में नियुक्ति के नाम पर चल रहे एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। एक वेबसाइट — e-aushadhijharkhand.online — झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति (JRHMS) और आयुष निदेशालय के नाम पर प्रोजेक्ट मैनेजर और अन्य पदों पर भर्ती के फर्जी विज्ञापन जारी कर रही है। इसके ज़रिए बेरोजगार युवाओं से ठगी की जा रही है।

इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक अबु इमरान ने राज्य के युवाओं से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि,
“स्वास्थ्य विभाग और इसके अंतर्गत आने वाली किसी भी इकाई का इस वेबसाइट या विज्ञापन से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक पूर्ण रूप से फर्जी विज्ञापन है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग की किसी भी वैध भर्ती की जानकारी केवल IPRD (सूचना एवं जनसंपर्क विभाग) द्वारा जारी की जाती है, और आधिकारिक वेबसाइट —
https://jrhms.jharkhand.gov.in — पर ही उपलब्ध होती है।
फर्जीवाड़े के पीछे सक्रिय वेबसाइट: e-aushadhijharkhand.online


इस वेबसाइट पर प्रकाशित सभी नियुक्ति सूचनाएं फर्जी और भ्रामक हैं। कई उम्मीदवारों को इसकी ओर से नियुक्ति पत्र और शुल्क भुगतान का झांसा दिया जा रहा है, जिससे अब तक कई लोग ठगे जा चुके हैं।
आयुष निदेशालय की निदेशक का बयान
आयुष निदेशालय की निदेशक सीमा उदयपुरी ने भी स्पष्ट किया है कि,
“e-aushadhi से जुड़ी कोई भी भर्ती न तो निदेशालय द्वारा जारी की गई है और न ही किसी प्रकार की राशि की मांग की गई है। यह पूरी प्रक्रिया एक ठगी का प्रयास है।”
अभियान निदेशक ने की कार्रवाई की अनुशंसा
अभियान निदेशक अबु इमरान ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की गहन जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस प्रकार की फर्जीवाड़ा करने वाली वेबसाइटों पर रोक लगाई जा सके।
युवाओं के लिए जरूरी सावधानियां:
- केवल आधिकारिक वेबसाइटों पर ही आवेदन करें।
- किसी भी अज्ञात या अनधिकृत वेबसाइट पर अपने दस्तावेज़ और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- e-aushadhijharkhand.online वेबसाइट से दूरी बनाए रखें — यह पूर्णतः फर्जी है।
- यदि किसी विज्ञापन पर संदेह हो, तो उसकी पुष्टि JRHMS या आयुष निदेशालय के माध्यम से करें।
बेरोजगारी के इस दौर में युवा ठगी का आसान शिकार बन रहे हैं। ऐसे में प्रशासनिक चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह स्वयं सतर्क रहे और दूसरों को भी जागरूक करे।