पत्रकारिता के एक युग का अंत: वरिष्ठ संपादक हरिनारायण सिंह का निधन

रांची, विशेष संवाददाता: झारखंड की पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने वाले वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह का निधन आज रांची स्थित सैमफोर्ड अस्पताल में हो गया। वे पिछले दस दिनों से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में इलाजरत थे। उनके निधन की खबर से न सिर्फ पत्रकारिता जगत बल्कि पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है।

हरिनारायण सिंह लंबे समय तक झारखंड के कई प्रमुख अखबारों में प्रधान संपादक और संपादकीय मार्गदर्शक के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने हिंदुस्तान, प्रभात खबर, खबर मंत्र, सन्मार्ग और आजाद सिपाही जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्रों को नई दिशा और पहचान दी।
आजाद सिपाही को दिलाई थी नई पहचान
हरिनारायण सिंह की लेखनी और नेतृत्व क्षमता का सबसे उल्लेखनीय उदाहरण ‘आजाद सिपाही’ अखबार है, जिसे उन्होंने बतौर प्रधान संपादक न केवल एक सशक्त समाचार पत्र बनाया बल्कि राज्य के मीडिया परिदृश्य में उसे खास मुकाम भी दिलाया।
उनकी पत्रकारिता में जनसरोकार, पारदर्शिता और निर्भीकता की स्पष्ट झलक मिलती थी। वे कठिन सवालों से कभी नहीं कतराते थे और जनता की आवाज़ को अखबार के माध्यम से मजबूती से उठाते थे।
अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब
उनके निधन की सूचना मिलते ही कोकर चौक स्थित उनके आवास पर शुभचिंतकों, पत्रकार साथियों और राज्य के कई गणमान्य नागरिकों का तांता लग गया। हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि देने और उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुँचा।

वयोवृद्ध पत्रकारों से लेकर युवा संवाददाताओं तक, हर वर्ग के पत्रकारों ने उनकी सादगी, मार्गदर्शन और सहयोग के अनुभवों को साझा किया।

पत्रकारिता जगत की प्रतिक्रियाएं
राज्य के वरिष्ठ पत्रकारों और मीडिया संगठनों ने हरिनारायण सिंह के निधन को “झारखंड पत्रकारिता की अपूरणीय क्षति” बताया। उनके पुराने सहयोगियों ने बताया कि वे समाचार को केवल सूचना नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का माध्यम मानते थे।
उनके अनुशासित कार्यशैली और युवा पत्रकारों को प्रोत्साहित करने की आदत ने उन्हें एक ‘पत्रकारिता गुरु’ बना दिया था।
अंतिम विदाई
उनकी अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार से जुड़ी जानकारी जल्द ही परिजनों द्वारा सार्वजनिक की जाएगी। झारखंड पत्रकार संघ और कई मीडिया संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष बैठक बुलाने की घोषणा की है।
Munadi Live की पूरी टीम की ओर से वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी निर्भीक पत्रकारिता और जनपक्षधर दृष्टिकोण हमेशा प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।
रिपोर्ट: Munadi Live डिजिटल डेस्क