झारखंड में मॉनसून का दौरा सुस्त चल रहा है, अगले 4 दिनों तक यही मौसम जारी रहने की संभावना है।

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Maa RamPyari Hospital

पिछले कुछ दिनों में राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी वर्षा हुई है। लेकिन अब मॉनसून थोड़ा सुस्त हो गया है, जिसके कारण अगले चार दिनों तक तापमान में वृद्धि हो सकती है। रांची और राज्य के कुछ अन्य क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। इस स्थिति का अनुमान है कि इसे 11 जुलाई तक देखा जा सकता है।

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गत दस दिनों से पूरे राज्य में सक्रिय मॉनसून का प्रभाव था, लेकिन रविवार को मानसून कमजोर दिखा। राजधानी रांची में हरमू, कडरु, और अरगोड़ा सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में रिमझिम बारिश से राहत मिली, लेकिन उमस भी महसूस हुआ।

पिछले दस दिनों की वर्षा ने किसानों को ताकत दी है। रांची सहित पूरे राज्य में मॉनसून बहुत सक्रिय रहा है, और लगातार बारिशों ने तापमान को नीचे किया है। किसान अब अपने खेतों की ओर मुड़ रहे हैं और खरीफ फसल की तैयारी में जुट गए हैं।

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 झारखंड में बारिश की संभावना: यहां है मौसम का हाल

राजधानी सहित पूरे झारखंड में रिमझिम बारिश की संभावना है, जानें विवरण

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मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि 8 और 9 जुलाई को राजधानी समेत पूरे झारखंड में कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना है। यह स्थिति 11 जुलाई तक बनी रह सकती है।

इस दौरान, राज्यभर में सामान्य वर्षापात का रिकॉर्ड 255.3 मिमी की बजाय 129.3 मिमी पाया गया है। रांची में 263 मिमी की बजाय 138.5 मिमी वर्षा हुई है, जो पिछले वर्ष से कम है।

आगामी 13 जुलाई तक, रांची में आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की और मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है।

24 घंटे का मौसम:
पिछले 24 घंटे में राज्यभर में हल्की और मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है, जबकि कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हुई है। मानसून की गतिविधि कमजोर रही है। गोड्डा के दुमका के कुशियारी में सबसे अधिक वर्षा 112 मिमी दर्ज की गई है।

तापमान का अंतर:
अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस का है, जबकि न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस का है। रांची में अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

खरीफ फसलों की तैयारी:
बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक डॉ. डीके शाही ने किसानों को खरीफ फसलों की खेती के लिए तैयारी की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 80% कृषि कार्य खरीफ मौसम में होते हैं, इसलिए किसानों को खेतों की तैयारी में उचित ध्यान देना चाहिए।

 

 

 

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