एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली पर गहन मंथन — राजभवन में आयोजित हुई उच्चस्तरीय बैठक

आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति प्रो. (डॉ.) एस. चटर्जी रहे प्रमुख सहभागी
रांची,30 मई 2025: झारखंड के माननीय राज्यपाल के निर्देश पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के कार्यान्वयन एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से राजभवन, रांची में एक महत्वपूर्ण विचार-विमर्श बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति प्रो. (डॉ.) एस. चटर्जी ने भी भाग लिया और विश्वविद्यालय की ओर से किए जा रहे प्रयासों को साझा किया।

बैठक का उद्देश्य: शिक्षा में भारतीयता का समावेश
बैठक का मुख्य उद्देश्य एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ-साथ भारतीय परंपरागत ज्ञान, जैसे — आयुर्वेद, योग, खगोलशास्त्र, धातुकर्म, वास्तुकला, भाषाविज्ञान, और होडोपैथी को शिक्षा के मूल केंद्र में लाना था।

प्रो. चटर्जी ने बताया कि आरकेडीएफ विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता पर बल दे रहा है, बल्कि भारतीय जीवनदर्शन, संस्कृति और मूल्य-आधारित शिक्षा को भी संस्थागत स्वरूप दे रहा है।
भारतीय ज्ञान प्रणाली को सुदृढ़ करने के प्रयास


आरकेडीएफ विश्वविद्यालय द्वारा संचालित प्रमुख गतिविधियाँ:
•आदिवासी शब्दकोश निर्माण: क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण हेतु एक अनूठी पहल।
•स्वदेशी दिवस का आयोजन: आत्मनिर्भरता एवं सांस्कृतिक स्वाभिमान पर बल।
•हिंदी पखवाड़ा: राष्ट्रभाषा के प्रचार-प्रसार हेतु व्यापक अभियान।
•तुलसीदास जयंती एवं कवि सम्मेलन: भक्ति साहित्य के पुनर्पाठ और संस्कृति बोध।
•मातृभाषा दिवस, जनजातीय दिवस एवं राष्ट्रीय एकता दिवस: विविधता में एकता और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव का सशक्त उदाहरण।
शिक्षा में सांस्कृतिक दृष्टिकोण का समावेश
राजभवन में आयोजित यह बैठक न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि यह शिक्षा के भारतीयकरण की दिशा में एक मौलिक विचार प्रक्रिया का हिस्सा भी रही। यह स्पष्ट संकेत है कि आने वाले समय में झारखंड जैसे राज्य भारतीय ज्ञान प्रणाली को शिक्षा नीति के मूल में लाकर युवाओं को न केवल वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेंगे, बल्कि संवेदनशील, सांस्कृतिक रूप से जागरूक और नैतिक नागरिकों के निर्माण की भी दिशा देंगे।
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