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सुलेशन के नशे, मिनी ट्रक और विश्वासघात से जुड़ी है हत्या की पूरी कहानी; अमान अंसारी के बंद ईंट भट्ठे में छुपाई गई थी लाश

बरकाकाना पुलिस की बड़ी कामयाबी: सऊद हत्याकांड के मुख्य दो आरोपी गिरफ्तार, तीनों भेजे गए न्यायिक हिरासत में
रिपोर्ट : मुकेश सिंह
रामगढ़, झारखंड: बरकाकाना पुलिस ने बहुचर्चित मोहम्मद सऊद हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। मामले में शामिल दो और मुख्य अभियुक्त—एबाद उर्फ आबाद और असफाक अंसारी—को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले एक अन्य आरोपी आफताब अंसारी को पुलिस ने 13 जुलाई को गिरफ्तार किया था। अब इस हत्याकांड से जुड़ी पूरी साजिश और घटना की परतें खुलकर सामने आ गई हैं।

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पीड़ित सऊद के पिता सईब अंसारी ने 8 जुलाई को लिखित आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने आशंका जताई थी कि एबाद और आफताब ने उनके बेटे की हत्या कर लाश को पीरी स्थित बंद पड़े ईंट भट्ठे में छिपा दिया है। इस पर तत्परता दिखाते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने पहले आफताब अंसारी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना के समय पहने गए कपड़े बरामद किए, जिसे 14 जुलाई को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इसके बाद 16 जुलाई को टीम ने मुख्य अभियुक्त एबाद और असफाक को रांची जिले के ओरमांझी और पीरी गांव से गिरफ्तार किया।
चौंकाने वाली खुलासे: ऐसे दी गई थी हत्या को अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 6 जुलाई की शाम मुहर्रम के जुलूस के बाद तीनों—सऊद, एबाद और आफताब—ने पीरी के कर्बला रोड पर सुलेशन का नशा किया। नशे में धुत आरोपियों ने सऊद से उसका मालिक का मिनी ट्रक चुराकर बेचने की बात की, जिसका सऊद ने विरोध किया। उसने कहा कि “मेरे मालिक को मुझ पर भरोसा है, मैं धोखा नहीं दे सकता।” बस यही बात सऊद की मौत की वजह बन गई। बहस बढ़ी और एबाद एवं आफताब ने मिलकर सऊद के पेट और गर्दन पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को पीरी के अमान अंसारी के बंद पड़े ईंट भट्ठे के डग के अंदर छिपा दिया।
जांच में सामने आए सबूत
एबाद की निशानदेही पर मसमोहना नदी से हत्या में प्रयुक्त चाकू, घटना के समय पहने गए कपड़े और मृतक सऊद का जूता बरामद किया गया है। असफाक को पीरी स्थित अपने ससुराल से गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है।

पुलिस का पेशेवर रवैया
इस ऑपरेशन में पुलिस की सतर्कता और तेजी देखने लायक रही। एसपी अजय कुमार के निर्देशन में एसडीपीओ गौरव गोस्वामी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम में थाना प्रभारी उमाशंकर वर्मा और अन्य पुलिसकर्मियों की सक्रिय भूमिका रही। बरकाकाना ओपी प्रभारी उमाशंकर वर्मा ने बताया कि तीनों आरोपियों पर बीएनएस और हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एसपी अजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी आपराधिक घटना को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

परिवार की मांग: मिले न्याय और सख्त सजा
मृतक सऊद के परिजनों ने पुलिस कार्रवाई पर संतोष जताया है, लेकिन उन्होंने मांग की है कि तीनों आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की क्रूरता न कर सके।
रामगढ़ पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई ने इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा कर न्याय की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। यह केस न केवल पुलिस की दक्षता को दर्शाता है बल्कि अपराधियों को स्पष्ट संदेश भी देता है कि कानून से बचना अब आसान नहीं।