रामगढ़ में दूध के नाम पर बेचा जा रहा था पानी! खाद्य आपूर्ति विभाग की छापेमारी में 10 हजार लीटर मिलावटी दूध जब्त

उड़ीसा से यूपी जा रहे दूध टैंकर में हो रही थी 10 हजार लीटर पानी की मिलावट, रोबिन होटल परिसर में हो रही थी पूरी साजिश
रामगढ़ से मुकेश सिंह की रिपोर्ट: रामगढ़ के NH-33 के किनारे स्थित रामगढ़ के चर्चित रोबिन होटल परिसर से दूध की कालाबाजारी का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की सक्रियता से दूध के नाम पर पानी की खेप भेजने की साजिश नाकाम कर दी गई है। उड़ीसा से उत्तर प्रदेश जा रहे एक दूध टैंकर में लगभग 10 हजार लीटर पानी मिलाते हुए पकड़ा गया।


गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई:
जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी दीप श्री को गुप्त सूचना मिली थी कि रोबिन होटल परिसर में एक दूध टैंकर से दूध निकालकर उसके स्थान पर पानी मिलाया जा रहा है। सूचना मिलते ही उन्होंने अपनी टीम के साथ तत्काल कार्रवाई की और मौके पर पहुंचकर टैंकर को रंगे हाथ पकड़ लिया।
30 हजार लीटर क्षमता वाले टैंकर में 10 हजार लीटर पानी की मिलावट:
उक्त टैंकर की कुल क्षमता 30 हजार लीटर थी। इसमें से पहले 10 हजार लीटर शुद्ध दूध निकाल लिया गया, जिसे अलग से एक पिकअप वाहन में लोड किया जा रहा था। इसी दौरान टैंकर के अंदर लगभग 10 हजार लीटर पानी मिलाया जा रहा था, ताकि बाकी बचे दूध के साथ मिलाकर इसे उत्तर प्रदेश भेजा जा सके।
टैंकर से सील हटाकर हो रहा था खेल:
जांच में पाया गया कि टैंकर (वाहन संख्या PB11CM-3311) की सील को ड्राइवर और खलासी द्वारा तोड़ दिया गया था। सील खोलने के बाद टैंकर से बड़ी मात्रा में दूध निकाला गया और फिर टैंकर को पानी से भर दिया गया। यह सब कुछ होटल परिसर में छिपकर किया जा रहा था।

होटल मालिक की भूमिका भी संदिग्ध:
जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी दीप श्री ने खुलासा किया कि इस पूरे खेल में रोबिन होटल मालिक की भी सक्रिय भूमिका थी। आरोप है कि होटल मालिक प्रति लीटर 20 रुपए के हिसाब से पानी को दूध की तरह बेचने का खेल कर रहा था। मौके पर पानी से भरे ड्रम, पिकअप वाहन और अन्य उपकरण मिले हैं जो इस साजिश की पुष्टि करते हैं।

ड्राइवर और खलासी मौके से फरार:
छापेमारी के दौरान जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, दूध टैंकर के ड्राइवर और खलासी मौके से फरार हो गए। हालांकि टीम ने टैंकर को जब्त कर लिया और पानी मिलावटी दूध को भी रिकॉर्ड किया है। मामले में रामगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।

फूड सेफ्टी एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी:
दूध में इस तरह की मिलावट सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक है। विभाग इस मामले में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट 2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग ने होटल परिसर के सीसीटीवी फुटेज, ड्रम, टैंकर और मौके पर मिले अन्य सबूत जब्त कर लिए हैं।

जनता को दी चेतावनी, दूध कारोबार पर बढ़ेगी निगरानी:
जिला प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण को अत्यंत गंभीर मानते हुए दूध व्यापारियों और टैंकर मालिकों को चेतावनी दी है। अब रामगढ़ जिले में दूध के व्यवसाय पर अतिरिक्त निगरानी रखी जाएगी। विशेष टीम गठित कर दूध के नमूनों की जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसे मामलों में कठोर दंड सुनिश्चित किया जाएगा।
रामगढ़ में दूध जैसे आवश्यक खाद्य सामग्री में मिलावट का यह मामला न केवल उपभोक्ताओं की सेहत के लिए खतरनाक है, बल्कि पूरे सप्लाई चेन की पारदर्शिता पर सवाल भी उठाता है। खाद्य आपूर्ति विभाग की त्वरित कार्रवाई से न सिर्फ एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ, बल्कि यह संदेश भी गया कि अब खाद्य सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं चलने वाला।
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