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रामगढ़ की सड़कों पर फिर बिखरा खून: डॉक्टर की कार की चपेट में आए युवक की दर्दनाक मौत, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम

रामगढ़ सड़क हादसा

रामगढ़ से मुकेश सिंह: रामगढ़ जिला अंतर्गत नईसराय अस्पताल परिसर के पास बुधवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की जान चली गई। मृतक की पहचान अतिकुर रहमान (पिता: मोहम्मद मुस्तकीम) के रूप में हुई है, जो उसी अस्पताल में भर्ती अपने बेटे के लिए खाना लेकर जा रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सेंट्रल हॉस्पिटल, नईसराय की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. निभा वर्मा की तेज़ रफ्तार कार ने अतिकुर रहमान को बुरी तरह रौंद दिया। हादसे में उनके दोनों पैर कट गए और उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

तेज़ रफ्तार बनी मौत का कारण

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जानकारी के अनुसार, डॉ. निभा वर्मा अपने ड्राइवर के साथ सेंट्रल हॉस्पिटल जा रही थीं। अस्पताल परिसर के गेट के पास कार की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं रह सका और वह सीधे अतिकुर रहमान से टकरा गई। घायल अवस्था में स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचाने में असमर्थता जताई।

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घटना के बाद आक्रोश, सड़क पर उतरे लोग

हादसे के बाद इलाके में उग्र माहौल बन गया। स्थानीय नागरिकों और परिजनों ने घटनास्थल पर सड़क जाम कर दिया और डॉक्टर व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों की मांग है कि दोषी डॉक्टर और उनके ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए।

पुलिस कर रही जांच, कार्रवाई पर टिकी नजरें

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या डॉ. निभा वर्मा और उनके ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया जाएगा।

वहीं पुलिस द्वारा अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

स्थानीय नागरिकों की मांगें है कि दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए, अस्पताल परिसर में ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए,परिसर में गति सीमा तय की जाए और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।

रामगढ़ में हुई यह घटना व्यक्तिगत लापरवाही और प्रणालीगत चूक का दुखद उदाहरण है। एक पिता जो अपने बीमार बेटे के लिए खाना लेकर अस्पताल जा रहा था, एक लापरवाह ड्राइविंग का शिकार बन गया। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी संवेदनशीलता और तत्परता दिखाता है।

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