केंद्रीय मंत्री संजय सेठ को जान से मारने की धमकी, रांची पुलिस की त्वरित कार्रवाई में आरोपी गिरफ्तार

फोन और मैसेज के जरिये दी गई थी हत्या की धमकी, आरोपी अक्सर नशे में करता था धमकियां, इस बार सीधे केंद्रीय मंत्री को बनाया निशाना

रांची, झारखंड: झारखंड की राजधानी रांची से एक गंभीर और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री और रांची से सांसद संजय सेठ को फोन पर जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
धमकी की यह घटना बेहद गंभीर थी, क्योंकि फोन करने वाले ने साफ कहा था – “मैंने कई लोगों की हत्या की है, अब तुम्हारी बारी है।” इसके बाद एक मैसेज भी भेजा गया, जिसमें साफ लिखा था – “आप पर गोली चलेगी।”
नशे की हालत में दी गई थी धमकी, लेकिन इरादा था खतरनाक
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी उस समय नशे की हालत में था जब उसने मंत्री को फोन कर धमकी दी। हालांकि, इस तरह की कोई धमकी जब देश के एक केंद्रीय मंत्री को दी जाती है, वह सिर्फ एक नशेड़ी की बकवास नहीं मानी जा सकती। ऐसे में रांची पुलिस ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया और डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया।टीम ने तकनीकी सर्विलांस, कॉल ट्रेसिंग और लोकेशन ट्रैकिंग के माध्यम से कुछ ही घंटों में आरोपी को धर दबोचा।
मंत्री ने दिल्ली और रांची पुलिस को दी तत्काल सूचना
मामले की गंभीरता को भांपते हुए संजय सेठ ने तुरंत दिल्ली और रांची दोनों पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। केंद्रीय मंत्री को सुरक्षा घेरे में रखा गया और गृह मंत्रालय को भी स्थिति से अवगत कराया गया। दिल्ली और रांची दोनों जगहों से सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत जांच शुरू की, लेकिन सबसे तेज कार्रवाई रांची पुलिस ने की, जिसने आरोपी को अरेस्ट कर लिया।

आरोपी की पहचान छिपाई, जल्द होगा खुलासा
फिलहाल पुलिस ने आरोपी की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन बताया जा रहा है कि वह पहले भी कई लोगों को नशे की हालत में धमकी दे चुका है, मगर इस बार उसने सीमा लांघ दी – देश के एक मंत्री को धमकी दी।इस मामले में रांची पुलिस एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है, जिसमें आरोपी का नाम, पेशा, उसकी मानसिक स्थिति, और यह जानने की कोशिश की जाएगी कि क्या वह अकेला था या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा?

राजनीतिक हलकों में हलचल, बढ़ी सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद झारखंड की राजनीति में चिंता और गुस्से की लहर दौड़ गई है। संजय सेठ भाजपा के कद्दावर नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में उनके खिलाफ इस तरह की धमकी को भाजपा नेता सिर्फ एक “नशे की बकवास” मानने को तैयार नहीं हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा है कि “यह घटना सिर्फ एक मंत्री नहीं, बल्कि लोकतंत्र के खिलाफ सीधा हमला है। आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
सवाल – क्या यह सिर्फ नशे में की गई हरकत थी या कुछ और?
अब इस घटना ने कुछ गंभीर सवाल खड़े किए हैं, क्या आरोपी मानसिक रूप से अस्थिर है या राजनीतिक प्रेरणा से काम कर रहा था? क्या इस धमकी के पीछे कोई संगठित नेटवर्क है?, क्या यह मामला केंद्रीय नेताओं को डराने या धमकाने की साजिश का हिस्सा है? इन सवालों के जवाब पुलिस की आगामी जांच और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही सामने आ पाएंगे।
संजय सेठ की प्रतिक्रिया
घटना के बाद संजय सेठ ने मीडिया से कहा:
“हम डरने वालों में नहीं हैं। देश की सेवा कर रहा हूं, लेकिन ऐसे मानसिकता के लोग लोकतंत्र को बदनाम करना चाहते हैं। मुझे कानून और पुलिस पर पूरा भरोसा है।”
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को धमकी देना कोई मामूली अपराध नहीं माना जा सकता। चाहे आरोपी नशे में था या जान-बूझकर राजनीतिक साजिश के तहत काम कर रहा था – यह पूरी घटना सुरक्षा व्यवस्था, नेताओं की व्यक्तिगत सुरक्षा और साइबर निगरानी पर बड़ा सवाल है। रांची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करके अपनी जिम्मेदारी जरूर निभाई है, लेकिन अब देश को जवाब चाहिए – “आखिर कैसे कोई व्यक्ति एक केंद्रीय मंत्री को फोन करके गोली मारने की बात कह सकता है, और क्यों?”