सरला बिरला पब्लिक स्कूल ने समाचारों को अभिनय में ढालकर रचा कीर्तिमान

रांची सहोदय लिविंग न्यूजपेपर प्रतियोगिता में रंगमंच के माध्यम से समसामयिक मुद्दों की दमदार प्रस्तुति, सरला बिरला के छात्रों ने झटके तालियां
रांची,संवाददाता विशेष: शिक्षा का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम आधारित ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक चेतना, विश्लेषण क्षमता और सृजनात्मक अभिव्यक्ति भी उतनी ही आवश्यक है। इस उद्देश्य को साकार करते हुए सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची के विद्यार्थियों ने रांची सहोदय द्वारा आयोजित अंतर-विद्यालय लिविंग न्यूजपेपर प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया।

प्रतियोगिता का स्वरूप अत्यंत रचनात्मक और चुनौतीपूर्ण था, जिसमें छात्रों को वास्तविक समाचारों को रंगमंचीय अभिनय, संवाद और दृश्य प्रभावों के माध्यम से प्रस्तुत करना था। इस वर्ष प्रतियोगिता में रांची के 13 प्रतिष्ठित विद्यालयों ने भाग लिया, जहां छात्रों ने राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मुद्दों को मंच पर जीवंत बना दिया।
समाचार मंच पर बोले – संवाद, दृश्य और रिपोर्टिंग के संगम से बनी एक नई कला
सरला बिरला पब्लिक स्कूल की टीम ने अपने कार्यक्रम में विभिन्न समसामयिक विषयों को चुना, जिनमें जलवायु परिवर्तन, महिला सशक्तिकरण, युवा जागरूकता और डिजिटल मीडिया की भूमिका जैसे मुद्दे शामिल थे। टीम ने एक समाचार बुलेटिन की तर्ज पर मंचीय प्रस्तुति दी, जिसमें समाचार एंकर, संवाददाता, विशेषज्ञ विश्लेषक और ग्राउंड रिपोर्टर जैसे किरदारों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया।
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने संवाद अदायगी, घटनाओं की पुनर्रचना, ग्राफिक और ध्वनि प्रभावों का अत्यंत प्रभावी उपयोग कर दर्शकों और निर्णायक मंडल को गहराई से प्रभावित किया। विशेष बात यह रही कि छात्रों ने समाचारों को अभिनय और दृश्य प्रभाव के जरिए एक नई अभिव्यक्ति दी, जिससे समाचार केवल सूचना का माध्यम नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का मंच बन गया।

प्रतिभा, टीमवर्क और उद्देश्यपूर्ण पत्रकारिता की मिसाल
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य था छात्रों में जन-जागरूकता, समसामयिकता, संवाद कला और विश्लेषणात्मक क्षमता का विकास करना। सरला बिरला के छात्रों ने यह सिद्ध किया कि आज की पीढ़ी केवल तकनीकी दक्षता में ही नहीं, सामाजिक सरोकारों की समझ और जिम्मेदारी की भावना में भी आगे है।

टीम वर्क, तैयारी, संवाद लेखन, निर्देशन और प्रस्तुति — इन सभी पहलुओं में छात्रों ने अपने स्कूल को श्रेष्ठ सिद्ध किया। स्कूल के प्रदर्शन को निर्णायकों ने “सशक्त संवाद, रचनात्मक संरचना और दर्शकों से जुड़ाव” के आधार पर सराहा।

प्राचार्या ने दी बधाई, कहा – यह सृजनात्मकता ही शिक्षा का भविष्य है
विद्यालय की प्राचार्या परमजीत कौर ने इस उपलब्धि पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा –
“इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों में पत्रकारिता के मूल तत्वों जैसे तथ्यात्मक प्रस्तुति, सामाजिक जागरूकता, स्पष्ट संवाद और टीमवर्क की भावना को सुदृढ़ करती हैं। समाचार को मंच पर सजीव कर देने की यह कला एक अभूतपूर्व प्रयास है। यह अनुभव विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ भविष्य में कदम बढ़ाने में मदद करेगा।”
शिक्षा में नवाचार और सामाजिक प्रतिबद्धता का मेल
सरला बिरला पब्लिक स्कूल की यह उपलब्धि केवल एक प्रतियोगिता में जीत नहीं, बल्कि शिक्षा और समाज के बीच सेतु बनाने का प्रयास है। समाचारों को सिर्फ पढ़ना या सुनना नहीं, बल्कि उन्हें जीना, समझना और मंच पर जीवंत करना आज के विद्यार्थियों के लिए नई सोच का प्रतीक है। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा के माध्यम से समाज में बदलाव लाया जा सकता है, और इसके वाहक हैं हमारे छात्र।
Munadi Live ऐसे रचनात्मक प्रयासों को सलाम करता है और शिक्षा में नवाचार की यह परंपरा यूं ही आगे बढ़ती रहे — यही कामना करता है।