मधुपुर का लाल नीरज चौधरी सियाचिन में शहीद, गांव में मातम

विधायक और सांसद ने दी श्रद्धांजलि, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड का कजरा गांव शोक में डूब गया है। गांव के वीर सपूत और भारतीय सेना के अग्निवीर नीरज चौधरी जम्मू-कश्मीर के सियाचिन में देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।

ढाई साल पहले बने थे अग्निवीर
नीरज चौधरी, अनिल चौधरी के पुत्र थे और लगभग ढाई साल पहले अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उनका शौर्यपूर्ण जीवन अल्पकाल में ही समाप्त हो गया, जिससे पूरा इलाका गमगीन है।
गांव में मातम और शोक की लहर
नीरज की शहादत की खबर आते ही गांव में मातम छा गया। घर-घर से सिसकियों की आवाजें गूंज रही हैं। माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हर कोई उनकी वीरता और बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि दे रहा है।
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद लौटेगा पार्थिव शरीर
सेना की ओर से जम्मू-कश्मीर में वीर शहीद नीरज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से मधुपुर लाया जाएगा। बुधवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ने की संभावना है।
नेताओं ने जताया शोक
स्थानीय विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन और गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने शोक व्यक्त किया है। दोनों जनप्रतिनिधियों ने कहा कि नीरज की शहादत हमेशा झारखंड और देशवासियों के दिल में अमर रहेगी। उन्होंने शहीद परिवार के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की।

वीरता की मिसाल
नीरज की शहादत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि झारखंड की धरती वीर सपूतों की जन्मभूमि रही है। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देश सेवा और कर्तव्यपालन के लिए प्रेरित करेगा।