बिना वेरिफिकेशन किराए पर घर देना पड़ेगा मंहगा, वेरिफिकेशन को लेकर रांची पुलिस कर रही लोगो को जागरूक
राजधानी रांची में हाल के दिनो मे लगातार अपराध की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। दूसरे राज्यों या जिलों से आकर अपराधी रांची में किराए पर मकान लेते है और फिर वारदातों को अंजाम दे फरार हो जाते है जिसे लेकर अब रांची पुलिस टीनेंट वेरिफिकेशन को लेकर गंभीर है।
इस बाबत एक बार फिर रांची पुलिस अपने पुराने हथियार को फाइलों से निकाल धरातल पर उतारने की कवायद में जुट गई है। इसे लेकर बकायदा माईकिंग कर लोगो को टीनेंट (किराएदार) वेरिफिकेशन को लेकर जागरूक किया जा रहा है। मामले की जानकारी देते हुए रांची के ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल ने बताया की राजधानी रांची में कई घटनाओं में देखा गया है की रांची में अपराध की घटना में शामिल अपराधी रांची से बाहर के होते हैं, जो किराए पर मकान लेते है और फिर रांची में ही वारदात को अंजाम दे फरार हो जाते है। लेकिन मकान मालिक को इसकी भनक तक नहीं पड़ती और ना ही उनके पास किराएदार से संबंधित कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध होती है।
वहीं रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने कहा कि किराएदार को बगैर पुलिस वेरिफिकेशन कराए मकान किराए पर देना गलत है , ऐसे में अगर मकान मालिक किसी को किराए पर घर देते है, और वो व्यक्ति अपराधी निकलता है तो ऐसे मकान मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें की पुलिस के द्वारा इस दिशा में पूर्व में भी पहल की गई थी और फॉर्म भी निकाले गए थे । लेकिन कुछ समय में ही ये प्लान फाइलों में दबकर रह गया और इसकी सबसे बड़ी वजह लोगो में जागरूकता की कमी के साथ थाने स्तर पर पदाधिकारियों का उदासीन रवैया बताया जा रहा है।