कैंसर का इलाज कराने गई नक्सली जया को धनबाद के असर्फी अस्पताल से पुलिस ने किया गिरफ्तार

सेंट्रल कमेटी सदस्य प्रयाग मांझी की पत्नी है जया, एक करोड़ का इनामी है पति प्रयाग मांझी

जया के साथ तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने दबोचा
कई थानों की पुलिस कर रही है नक्सली जया से पूछताछ

धनबाद : धनबाद पुलिस ने मोस्टवांडेट नक्सली और एक करोड़ रुपए के इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा उर्फ फुचना उर्फ नागो मांझी उर्फ करण दा उर्फ लेतरा की पत्नी जया को गिरफ्तार कर लिया है। जया दो दिन पहले धनबाद सदर थाना क्षेत्र के नावाडीह क्षेत्र में स्थित असर्फी अस्पताल में इलाज कराने पहुंची थी। उसके साथ तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। प्रयाग मांझी को झारखंड के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस वर्षों से ढूंढ़ रही है। स्वर्गीय चरकू मुर्मू का पुत्र प्रयाग मांझी। टुंडी थाना क्षेत्र के धनबाद-गिरिडीह जिले के सीमावर्ती गांव दलुगोड़ा का रहनेवाला है। प्रयाग के साथ-साथ जया भी नक्सल गतिविधियों में शामिल रही है। जया के धनबाद के अस्प्ताल में इलाज कराने की सूचना पर पुलिस टीम ने दबिश देकर उसे दबोच लिया है। वह गुपचुप तरीके से यहां इलाज कराने पहुंची थी। गुप्तचरों की मदद से मिली सूचना पर एसएसपी हृदीप पी जनार्दनन ने एक टीम गठित की। टीम ने अस्पताल में दबिश देकर जया व अन्य तीन लोगों को दबोचा लिया। महिला पुलिस अफसरों की मौजूदगी में उसे जीटी रोड के एक थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस अभिरक्षा में ही जया का इलाज भी कराया गया है। बताया जा रहा है कि जया के खिलाफ धनबाद जिले के किसी अपराध में स्पष्ट तौर पर संलिप्तता नहीं होने के कारण यहां की पुलिस उसे गिरिडीह पुलिस के हवाले करने की तैयारी में है।

जया की गिरफ्तारी से झारखंड पुलिस काफी उत्साहित है। रांची मुख्यालय की पुलिस अधिकारी भी मान रहे थे कि अब उसका पति प्रयाग मांझी के ठिकानों का सटीक पता चल पाएगा। हालांकि बताया जा रहा है कि पुलिस जया से उसके पति का पता नहीं उगलवा सकी। बता दें कि 1980 के दशक में ही प्रयाग मांझी ने माओवाद की दुनिया में कदम रखा था। उसके खिलाफ 25 से अधिक मामले विभिन्न राज्यों के थानों में दर्ज हैं। 21 नवंबर 2021 को पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में प्रयाग मांझी ने मिसिर बेसरा और अनल दा के साथ मिल कर संगठन को धार दी। पारसनाथ और झुमरा पहाड़ से लेकर बिहार, बंगाल और छत्तीसगढ़ तक की नक्सली वारदात में प्रयाग मांझी की सक्रियता मानी जाती है। प्रयाग के दस्ते ने ही पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकरा में मनोहरपुर के पूर्व भाजपा विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर उनके बॉडीगार्ड से तीन एके-47 लूट लिया था। इसके अलावे दर्जनों नक्सली वारदात में प्रयाग मांझी की सक्रिय भूमिका रही। अब देखना यह दिलचस्प होगा की नक्सली जया से झारखंड की पुलिस कब तक प्रयाग मांझी के बारे में जानकारी हासिल करती है और प्रयाग के ठिकानों तक पहुंच पाती है। माना जा रहा है कि प्रयाग माझी की गिरफ्तारी के बाद झारखंड समेत कई राज्यों में नक्सली गतविधि लगभग समाप्त हो जायेगी। पुलिस इसके लिए प्रयास कर रही है।

