गौतम अडाणी के जन्मदिवस पर गोड्डा में भव्य रक्तदान शिविर, 465 से अधिक यूनिट रक्त संग्रहित

गोड्डा, मुनादी लाइव विशेष रिपोर्ट: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी के 63वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में गोड्डा स्थित अदाणी पावर (झारखंड) लिमिटेड के परिसर में मंगलवार को एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 465 से अधिक यूनिट रक्त एकत्र कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। यह रक्त सैकड़ों जरूरतमंदों के जीवन को बचाने में सहायक सिद्ध होगा।

शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और उद्घाटन के साथ
कार्यक्रम का शुभारंभ अदाणी पावर प्लांट के सीबीओ प्रसून चक्रवर्ती ने दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात उन्होंने फीता काटकर रक्तदान शिविर का विधिवत उद्घाटन किया।

तीन केंद्रों पर चला रक्तदान अभियान
रक्तदान अभियान को भव्य और व्यवस्थित रूप देने के लिए प्लांट परिसर में तीन अलग-अलग स्थानों पर रक्तदान केंद्र बनाए गए थे। सुबह 8 बजे से ही रक्तदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। खास बात यह रही कि इस शिविर में कर्मचारियों के परिवारजनों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे यह अभियान एक सामाजिक उत्सव में परिवर्तित हो गया।


सम्मान और सहयोग
रक्तदान करने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को डॉ. प्रीति अदाणी (चेयरपर्सन, अदाणी फाउंडेशन) के हस्ताक्षरयुक्त प्रमाण पत्र, साथ ही टोपी, टी-शर्ट, टिफिन बॉक्स और नाश्ता पैकेट उपहार स्वरूप प्रदान किया गया।
इस आयोजन में रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर, विकासशील सेवा संस्थान, और गोड्डा सदर अस्पताल ब्लड बैंक के साथ-साथ 100 से अधिक डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, डेटा ऑपरेटरों और अदाणी कर्मचारियों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रक्तदान के प्रति जनजागरूकता भी प्रमुख उद्देश्य
अदाणी पावर प्लांट के डॉक्टर धर्मेन्द्र चौधरी ने बताया:
“रक्तदान जीवनदान है, और इस शिविर का उद्देश्य केवल रक्त संग्रह नहीं, बल्कि रक्तदान के प्रति जनजागरूकता फैलाना भी है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस नेक कार्य से जुड़ सकें।”
सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल
यह आयोजन अदाणी समूह की सामाजिक संवेदनशीलता और मानवीय मूल्यों को दर्शाता है। गौतम अडाणी के जन्मदिवस को सेवा कार्यों से जोड़ना, समूह के CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) की सशक्त पहचान बन चुकी है।
मुनादी लाइव विशेष टिप्पणी:
“एक संगठन जब व्यवसाय के साथ-साथ समाज सेवा को प्राथमिकता देता है, तो उसका प्रभाव न केवल कॉर्पोरेट जगत में, बल्कि सामाजिक चेतना में भी दीर्घकालिक रूप से देखा जाता है। अदाणी पावर प्लांट का यह रक्तदान शिविर उसी का प्रमाण है।”