कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मासिक बैठक, किसानों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर

कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। बैठक में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, बीज ग्राम योजना के बेहतर क्रियान्वयन, और लाभुकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने को लेकर चर्चा हुई।

बैठक में मुख्य रूप से बीज ग्राम योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। बताया गया कि चान्हो में कृषि मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दक्षिण प्रमंडल के किसान शामिल होंगे। इसके अलावा भविष्य में हर प्रमंडल में कृषि मेले का आयोजन होगा। वहीं रांची के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक सिंचाई योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचा है। इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। विएलडब्लू (Village Level Worker) को किसानों के लिए अधिक सक्रिय रूप से काम करने का निर्देश दिया गया है।
मंत्री ने कहा कि किसान अब 2400 रुपये प्रति क्विंटल धान बेच सकेंगे। विधानसभा में बजट पारित होने के बाद धान खरीद मूल्य में और भी बढ़ोतरी की जाएगी।

उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 3200 रुपये प्रति क्विंटल की मांग करने वाले पहले अपने राज्य की स्थिति देखें। सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है।
बैठक में बिरसा ग्राम पाठशाला योजना के अंतर्गत किसानों को कैसे लाभ दिया जाए, इस पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री भी इस योजना को लेकर सजग हैं।


कृषि विभाग सब्जी बेचने वाले किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने की योजना बना रहा है। यह कदम किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि “हमारा उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार की योजनाएं हर किसान तक पहुंचे, इसके लिए विभाग लगातार काम कर रहा है। एमएसपी पर सब्जी खरीदने की योजना बनाई जा रही है, जिससे सब्जी किसानों को भी उचित मूल्य मिल सके।