जमशेदपुर: बागबेड़ा गोलीकांड में घायल आशीष भगत की कोलकाता में इलाज के दौरान मौत

जमशेदपुर: जमशेदपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां बागबेड़ा थाना क्षेत्र में गोली लगने से घायल युवक आशीष भगत की मौत हो गई है। इलाज के लिए कोलकाता ले जाए गए युवक ने आखिरकार दम तोड़ दिया। अब यह मामला हत्या में बदल चुका है और पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है।

जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना अंतर्गत एलबीएम रोड स्थित साई मंदिर के समीप दो दिन पूर्व हुई गोलीबारी की घटना अब हत्या में तब्दील हो चुकी है। इस वारदात में गंभीर रूप से घायल हुए आशीष भगत की कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोली लगने के बाद उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। परिजनों ने उसे रांची से आगे बेहतर इलाज के लिए कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन सभी प्रयास विफल साबित हुए और देर रात उसकी मृत्यु हो गई।
आशीष भगत की मौत के साथ ही इस वारदात ने नया मोड़ ले लिया है। यह मामला अब सिर्फ गोलीकांड नहीं रहा, बल्कि एक सुनियोजित हत्या में परिवर्तित हो गया है।
क्या है पूरी घटना?
दो दिन पूर्व बागबेड़ा के साई मंदिर क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी से इलाके में सनसनी फैल गई थी। चश्मदीदों के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने आशीष पर बेहद नजदीक से गोली चलाई थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय लोगों की मदद से उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत को देखते हुए परिजनों ने उसे कोलकाता शिफ्ट कर दिया।

पुलिस जांच में तेजी
आशीष की मौत के बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बागबेड़ा थाना पुलिस द्वारा की जा रही पूछताछ से कई अहम सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है।

एसपी ग्रामीण और बागबेड़ा थाना प्रभारी लगातार पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं, आशीष के दोस्तों और परिवार के करीबी लोगों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर यह हमला क्यों और किसने किया।
स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश
घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने प्रशासन से इलाके में गश्ती और निगरानी बढ़ाने की मांग की है।
बागबेड़ा निवासी राजेश सिंह ने बताया – “अब आम लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। यह वारदात दिनदहाड़े हुई, हम अपने बच्चों को बाहर भेजने से डरने लगे हैं।”
आगे की कानूनी कार्रवाई
पुलिस अब इस मामले को हत्या के तहत दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मेडिकल दस्तावेजों को जांच में जोड़ा जाएगा। इस हत्या के पीछे क्या आपसी रंजिश थी या किसी गिरोह का हाथ था – यह फिलहाल पुलिस की जांच का विषय है।
आशीष भगत की मौत ने जमशेदपुर पुलिस और प्रशासन को एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर समीक्षा करने पर मजबूर कर दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी से इस हत्याकांड के असली दोषियों तक पहुंचती है और न्याय दिलाती है।
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