अमित शाह का मास्टरप्लान, BJP नेताओं को 50 दिन का टास्क
मंदिरों, जीविका दीदियों और लाभार्थियों से सीधा संपर्क कर बूथ स्तर तक संगठन मजबूत करने की रणनीति
पटना/बेतिया: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संगठनात्मक स्तर पर अपनी कमर कस ली है। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह ने बेतिया में 10 जिलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए आगामी चुनाव के लिए विस्तृत मास्टरप्लान साझा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं को अगले 50 दिनों में तय समयसीमा के भीतर विशेष टास्क पूरे करने होंगे।
मंदिरों और जीविका दीदियों से संपर्क की रणनीति
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे चुनावी अभियान के दौरान गांव-गांव और कस्बों में मंदिरों में जाएं, वहां के पुजारियों को सम्मानित करें और “जीविका दीदियों” से मुलाकात कर उनसे सीधा संवाद करें। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि दीपावली के समय सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी मुलाकात कर उनका फीडबैक लें। शाह का मानना है कि इस सीधे संपर्क से भाजपा की छवि और संगठनात्मक मजबूती दोनों को बल मिलेगा।
सोशल मीडिया ग्रुप से बूथ स्तर तक पहुंच
शाह ने चंपारण और सारण क्षेत्र के नेताओं के साथ संवाद में स्पष्ट निर्देश दिया कि हर बूथ पर सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाए। उन्होंने कहा कि इन ग्रुप्स का एडमिन शक्ति केंद्र अध्यक्ष होंगे और इसमें पुजारियों, जीविका दीदियों, सरपंचों सहित अन्य प्रभावशाली लोगों को जोड़ा जाए। इन ग्रुप्स के जरिए सरकार की योजनाओं और उनके लाभ से संबंधित जानकारी आम जनता तक तेजी से पहुंचेगी।
बाइक वाले कार्यकर्ताओं को खास जिम्मेदारी
अमित शाह ने भाजपा के युवा और बाइक वाले कार्यकर्ताओं को सप्ताह में तीन दिन बूथ क्षेत्रों में राउंड लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता समूह में निकलें और लोगों के बीच जाकर भारत माता की जय, भाजपा जिंदाबाद और एनडीए जिंदाबाद के नारे लगाएं। यह जनता के बीच पार्टी की मौजूदगी और ऊर्जा का प्रदर्शन होगा।
बैठकों के जरिए संगठन को मजबूत करने पर जोर
केंद्रीय गृह मंत्री ने जिला से लेकर बूथ स्तर तक बैठकों को तय समयसीमा में पूरा करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि अगले चार दिनों में जिला पदाधिकारी मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाएं। इसके बाद पांच दिनों में जिला पदाधिकारी और मंडल अध्यक्ष मिलकर रणनीति तय करें और उसके बाद चार दिनों में सभी बूथ स्तर तक बैठक करें। शाह ने कहा कि इस प्रक्रिया से संगठन की मजबूती निचले स्तर तक पहुंचेगी।
जीत का मंत्र दिया
अमित शाह ने अपने भाषण में कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि जब तक हर कार्यकर्ता व्यक्तिगत स्तर पर लाभार्थियों, पुजारियों, जीविका दीदियों और स्थानीय नेतृत्व से नहीं जुड़ता, तब तक बूथ स्तर पर मजबूती नहीं आ सकती। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के बीच जाकर भाजपा सरकार की योजनाओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों को साझा करें।
दो दिवसीय बिहार दौरा
अमित शाह इन दिनों दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने बेतिया और पटना में भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठकें कीं। शनिवार सुबह वे समस्तीपुर के सरायरंजन पहुंचे, जहां उन्होंने 10 संगठनात्मक जिलों के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यहां उन्होंने चुनावी रणनीति की बारीकियों पर चर्चा करते हुए हर स्तर के कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपी।
चुनावी तैयारियों में BJP का जोर
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा संगठनात्मक तौर पर आक्रामक रुख अपना रही है। पार्टी का फोकस बूथ स्तर पर मजबूत पकड़ बनाने और हर वर्ग के मतदाताओं तक सीधा संपर्क स्थापित करने पर है। अमित शाह का यह मास्टरप्लान इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।