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बोकारो: ट्रैक्टर चालक पर दिनदहाड़े फायरिंग, रंगदारी और टेंडर विवाद से जुड़ा मामला

घटनास्थल से धमकी भरा पर्चा बरामद, टेंडर विवाद की ओर इशारा
बोकारो: झारखंड में अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। मंगलवार की सुबह बोकारो जिले के चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बांधडीह रेलवे साइडिंग पर एक दर्दनाक घटना घटी। अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने एक ट्रैक्टर चालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने से चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना ने इलाके में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया है।

घायल की पहचान और स्थिति
गोलीबारी में घायल ट्रैक्टर चालक की पहचान 35 वर्षीय जादू हरि के रूप में की गई है। वह रेलवे साइडिंग के निर्माण कार्य में लगे ट्रैक्टर को चला रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक, जादू हरि मिट्टी लेकर ट्रैक्टर से साइडिंग के भीतर प्रवेश कर रहा था, तभी बाइक पर सवार दो हमलावरों ने उसे निशाना बनाकर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। हमले में चालक को पेट, कमर और पैर में चार गोलियां लगीं। स्थानीय मजदूरों और कर्मचारियों ने तुरंत गंभीर रूप से घायल चालक को बोकारो जनरल हॉस्पिटल (BGH) पहुंचाया। डॉक्टरों की टीम ने उसकी हालत नाजुक बताई है और उसे आईसीयू में रखा गया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बोकारो एसपी हरविंदर सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से पांच खोखे और एक धमकी भरा पर्चा बरामद किया है। पर्चे में साफ तौर पर टेंडर को लेकर धमकी दी गई है। उसमें लिखा गया है –
“महुदा भोजूडीह के अंतर्गत आने वाला कोई भी टेंडर बिना बात किये जो भी ठेकेदार डालेगा, उसका अंजाम यही होगा।”
पर्चे के आखिर में किसी त्यागी जी का नाम अंकित है। पुलिस इस घटना को ठेका विवाद और रंगदारी से जोड़कर जांच कर रही है।

छह महीने से चल रहा निर्माण कार्य
जानकारी के अनुसार, बांधडीह रेलवे साइडिंग पर पिछले छह महीने से रेलवे की बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य जारी है। इसी काम के दौरान मंगलवार की सुबह यह वारदात घटी। मजदूरों का कहना है कि वे रोजाना की तरह काम कर रहे थे, तभी अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से सबकुछ अस्त-व्यस्त हो गया। गोलीबारी होते ही सभी लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।

इलाके में दहशत
दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने इलाके में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदारी कार्यों में रंगदारी और वर्चस्व की लड़ाई आम हो चुकी है। मजदूरों को अब काम पर जाना भी असुरक्षित लग रहा है। रेलवे साइडिंग पर काम कर रहे कर्मचारियों ने घटना के बाद काम रोक दिया और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
रंगदारी का पुराना खेल
बोकारो और आसपास के इलाके में ठेकेदारी और निर्माण कार्यों पर रंगदारी मांगना कोई नई बात नहीं है। आए दिन ठेकेदारों और कंपनियों को धमकियां मिलती रहती हैं। सूत्र बताते हैं कि अपराधी गिरोह रेलवे, कोयला और औद्योगिक ठेकों पर कब्जा जमाने के लिए एक-दूसरे से भिड़ते रहते हैं। रंगदारी न देने पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है।स्थानीय लोग मानते हैं कि अपराधियों का हौसला इसलिए बढ़ा है क्योंकि कई मामलों में गिरफ्तारी देर से होती है और सजा तक का सिलसिला लंबा खिंचता है। यही वजह है कि अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
पुलिस की चुनौती
एसपी हरविंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि मामले की कई एंगल से जांच की जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से मिले सबूतों को जब्त कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। एसपी ने कहा, “बहुत जल्द अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिले में किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।”
हाल की घटनाओं से जुड़ाव
यह घटना अकेली नहीं है। पिछले कुछ महीनों में बोकारो और आसपास के क्षेत्रों में रंगदारी और गोलीबारी की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। इससे साफ है कि अपराधी संगठनों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं।
लोगों की मांग
स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि रेलवे साइडिंग जैसे संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई जाए। मजदूरों का कहना है कि जब तक सुरक्षा की गारंटी नहीं होगी, तब तक इस तरह की घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।
बोकारो जिले में दिनदहाड़े ट्रैक्टर चालक पर गोलीबारी की यह घटना एक बार फिर से इस बात की गवाही देती है कि रंगदारी और टेंडर विवाद किस तरह से अपराधियों के लिए खून-खराबे का जरिया बनते जा रहे हैं। पुलिस के सामने चुनौती है कि न केवल इस मामले के दोषियों को पकड़ा जाए बल्कि ठेका और निर्माण कार्यों से जुड़े अपराध के इस सिलसिले को भी तोड़ा जाए।