झारखंड को स्वच्छता में दोहरी सफलता, जमशेदपुर तीसरे स्थान पर, बुंडू बना प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर

स्वच्छता पुरस्कार 2025 स्वच्छता पुरस्कार 2025
Share Link

राष्ट्रपति की मौजूदगी में दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ सम्मान समारोह

स्मार्ट सिटी रांची को फिर नहीं मिला कोई स्थान

नई दिल्ली/रांची/जमशेदपुर : झारखंड राज्य ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों में झारखंड के जमशेदपुर को 3-10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि बुंडू को राज्य का “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” घोषित किया गया है।

Maa RamPyari Hospital

गुरुवार को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्रीनिवास कटिकिथला ने इन पुरस्कारों को वितरित किया।

सम्मानित हुए झारखंड के दो शहर
इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण में झारखंड के दो शहरों ने राष्ट्रीय मंच पर सम्मान अर्जित किया। जमशेदपुर, जो पहले भी कई बार देश के स्वच्छ शहरों में शामिल रहा है, को इस बार तीसरा स्थान मिला है।
वहीं बुंडू नगर पंचायत को “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” की श्रेणी में चुना गया है।

whatsapp channel

Maa RamPyari Hospital

इसके अलावा, जमशेदपुर को पांच सितारा शहर का दर्जा भी मिला है, और देवघर, जुगसलाई और चाकुलिया को वन स्टार रेटिंग दी गई है। वाटर प्लस शहरों की सूची में भी जमशेदपुर को स्थान मिला है। ODF++ श्रेणी में बुंडू, चिरकुंडा, साहेबगंज, राजमहल और देवघर को रखा गया है।

स्मार्ट सिटी रांची फिर भी सूची से बाहर
इन उपलब्धियों के बीच राजधानी रांची एक बार फिर स्मार्ट सिटी होते हुए भी किसी श्रेणी में स्थान नहीं बना पाई है। यह नगर निगम की व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है और प्रशासन को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्यों राज्य की राजधानी लगातार पिछड़ रही है।

the-habitat-ad

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बदलाव
इन उपलब्धियों पर राज्य के नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विभागीय मंत्री सुदिव्य कुमार के मार्गदर्शन को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि

RKDF

“हमारे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में स्वच्छता को लेकर ठोस प्रयास किए गए हैं और आगे भी यह अभियान निरंतर जारी रहेगा”

उन्होंने राज्य के सभी नगर निकायों को निर्देशित किया है कि वे स्वच्छता को अपनी प्राथमिकता में रखें और नागरिकों को भी इसमें भागीदार बनाएं।

सम्मान ग्रहण करने पहुंचे राज्य के प्रतिनिधि
इस मौके पर झारखंड सरकार की ओर से नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक सूरज कुमार, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार, और बुंडू नगर पंचायत के पदाधिकारी उपस्थित थे। इन्होंने विज्ञान भवन में यह पुरस्कार ग्रहण किया।

स्वच्छता के सफर में झारखंड का निरंतर प्रयास
गौरतलब है कि 2016 के स्वच्छता सर्वेक्षण में झारखंड की स्थिति संतोषजनक नहीं थी, लेकिन 2017 से अब तक हर वर्ष राज्य ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया है। विशेष रूप से जमशेदपुर, देवघर, चाकुलिया, बुंडू जैसे शहरों ने निरंतर प्रदर्शन कर राज्य का मान बढ़ाया है।

आम नागरिकों की भूमिका भी अहम
इस सम्मान का एक बड़ा हिस्सा उन आम नागरिकों को भी जाता है जिन्होंने सफाई में सहयोग किया, अपने वार्डों और मोहल्लों को स्वच्छ बनाए रखा। राज्य सरकार ने विभिन्न अभियानों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया और स्वच्छता के प्रति उनकी सोच बदली।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यदि सरकार, प्रशासन और आम जनता मिलकर कार्य करें, तो किसी भी राज्य की तस्वीर बदली जा सकती है। जमशेदपुर और बुंडू की सफलता झारखंड के लिए गर्व का विषय है, और यह उन शहरों के लिए एक संदेश भी है जो अब तक पीछे हैं – खासकर राजधानी रांची के लिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *