जमीन माफिया कमलेश सिंह ने चामा में कब्जाई आदिवासी जमीन: अधिकारियों के मोबाइल में मिले पैसे के लेन-देन,का हिसाब मोबाइल हुआ जब्त

रांची बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम चामा गांव पहुंची और जमीन माफिया कमलेश सिंह द्वारा कब्जाई गई जमीन के मामले की जांच की। जांच के दौरान चल रहे निर्माण कार्य को बंद करवा दिया गया और कांके अंचल से भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए गए।

देर रात चली इस कार्रवाई में कांके अंचल अधिकारी जयकुमार राम और अंचल निरीक्षक चितरंजन टुड्डू के मोबाइल की जांच में पैसे के लेन-देन का हिसाब मिला, जिसके बाद दोनों के मोबाइल जब्त कर लिए गए।
ग्राम प्रधान ने ईडी को जमीन से जुड़े दस्तावेज दिए, जिनमें यह बताया गया कि कमलेश द्वारा कब्जा की गई जमीन के विरुद्ध सीओ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते गांव वालों ने 2024 के लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया। ईडी ने सभी जमीन से संबंधित दस्तावेजों को आगे की कार्रवाई के लिए जब्त कर लिया।

गौरतलब है कि 21 जून को ईडी ने कमलेश के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें एक करोड़ कैश और 100 कारतूस बरामद हुए थे।
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने वाले सिंडिकेट से जुड़े शेखर कुशवाहा ने बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कांके इलाके में कई जगहों पर कमलेश कुमार द्वारा जमीन के फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन हड़पने की जानकारी दी थी। मामला सामने आने के बाद ईडी ने समन कर कमलेश कुमार को रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन कमलेश फरार हो गया।



दर्जनों ग्रामीण, जिनकी जमीन कमलेश ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर कब्जा कर ली थी, ईडी के बुलावे पर कांके अंचल पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि कमलेश ने जबरदस्ती आदिवासी मूल की जमीन को जाली कागज बनाकर हड़प लिया।
