लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू ने फुटबॉल को बढ़ावा देने का दिया संदेश, किक मारकर किया फाइनल मुकाबले का उद्घाटन
पाकुड़: पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के बोहड़ा पंचायत अंतर्गत कालाझोर फुटबॉल मैदान में आयोजित तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ हुआ। आदिवासी ऐभेन गावंता क्लब की ओर से आयोजित इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला स्थानीय खेल प्रेमियों और हजारों दर्शकों की मौजूदगी में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू शामिल हुए। उन्होंने फाइनल मुकाबले का उद्घाटन पारंपरिक अंदाज में फुटबॉल को किक मारकर किया, जिसे देखकर उपस्थित दर्शक उत्साह से झूम उठे।
फाइनल मुकाबले में जबरदस्त टक्कर
टूर्नामेंट के अंतिम दिन खेले गए फाइनल मुकाबले में राज प्लस टू पाकुड़ टीम और स्पार्टन क्लब लिट्टीपाड़ा टीम आमने-सामने हुईं। दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर मैदान में रोमांचक माहौल बना दिया। खिलाड़ियों की कौशल और खेल भावना को दर्शकों ने तालियों से खूब सराहा।
विधायक हेमलाल मुर्मू का संबोधन
उद्घाटन अवसर पर विधायक हेमलाल मुर्मू ने खिलाड़ियों और दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा—
“खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास का भी सबसे बड़ा साधन है। खेल अनुशासन, एकता और प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देता है।”
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। सरकार ने युवाओं के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं, जिनसे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के खिलाड़ी भी आगे बढ़कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा सकें।
युवाओं के लिए सरकार की योजनाएँ
विधायक ने बताया कि राज्य सरकार ने खेलो झारखंड योजना, खेलकूद मैदानों का निर्माण, ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान और खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति जैसी कई योजनाओं को लागू किया है। उन्होंने युवाओं से इन योजनाओं का लाभ उठाने और अपने भविष्य को संवारने का आह्वान किया।
प्रशासनिक और राजनीतिक हस्तियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रशासनिक और राजनीतिक पदाधिकारी भी शामिल हुए। इनमें केंद्रीय समिति सदस्य विकास मुर्मू, प्रखंड अध्यक्ष श्यामलाल हांसदा, प्रखंड सचिव जहीरुद्दीन मियां, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष दानियल किस्कू, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला सचिव दिलीप मरांडी, थाना प्रभारी मदन कुमार शर्मा, प्रखंड उपाध्यक्ष कालिदास मुर्मू, थॉमस मुर्मू, ईमरान अंसारी, रंजन साहा, जिला मीडिया प्रभारी आफताब आलम और संगठन सचिव रंजीत पंडित प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इसके अलावा क्लब अध्यक्ष स्टेफन हांसदा, सचिव बारनेश हेम्ब्रम, कोषाध्यक्ष सुनील किस्कू, पंचायत प्रतिनिधि समेत हजारों दर्शक मैदान में मौजूद रहे।
फुटबॉल संस्कृति और ग्रामीण जुड़ाव
फुटबॉल हमेशा से झारखंड के आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में सबसे लोकप्रिय खेल रहा है। यह केवल एक खेल नहीं बल्कि सामाजिक जुड़ाव और सामुदायिक उत्सव का हिस्सा बन चुका है। कालाझोर मैदान में हुआ यह आयोजन भी इसी परंपरा का प्रतीक रहा, जहाँ खेल के साथ-साथ सामाजिक मेलजोल और उत्सव का माहौल बना रहा।
स्थानीय युवाओं ने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। आयोजन समिति ने बताया कि उनका उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को मंच देना है बल्कि ग्रामीण स्तर पर खेल को नई ऊर्जा प्रदान करना है।
खेल और रोजगार के अवसर
विधायक ने यह भी कहा कि खेल अब केवल मनोरंजन का साधन नहीं रहा बल्कि रोजगार का भी एक बड़ा माध्यम बन गया है। राज्य सरकार की योजना है कि खेलों के माध्यम से युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर दिलाए जाएँ। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि मेहनत और लगन से कोई भी खिलाड़ी अपनी पहचान बना सकता है।
अमड़ापाड़ा के कालाझोर फुटबॉल मैदान में आयोजित इस तीन दिवसीय टूर्नामेंट ने यह साबित कर दिया कि झारखंड के ग्रामीण इलाकों में खेल प्रतिभा की कमी नहीं है। बस जरूरत है सही मंच और अवसर की। लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू की मौजूदगी और उनका प्रेरणादायक संदेश खिलाड़ियों के लिए ऊर्जा का स्रोत बना।
यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने वाला था बल्कि समाज में खेल की महत्ता को भी उजागर करता है। आने वाले समय में ऐसे आयोजन निश्चित ही ग्रामीण खेल संस्कृति को मजबूत करेंगे और झारखंड के खिलाड़ियों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएंगे।