रांची,19 जून 2025: झारखंड सरकार ने राज्य के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और एचसीएल टेक के बीच ‘टेक बी’ (Tech Bee) कार्यक्रम को लेकर एक अहम समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह कार्यक्रम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में करियर निर्माण, जॉब और उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संदेश
“राज्य के बच्चे-बच्चियों में प्रतिभा और हुनर की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही मार्ग दिखाने की जरूरत है।”
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि झारखंड की युवा पीढ़ी को तकनीकी शिक्षा और रोजगार से जोड़ना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। “टेक बी” जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के बाद सीधा तकनीकी प्रशिक्षण, नौकरी, और आगे की पढ़ाई के विकल्प देता है, जो आत्मनिर्भर झारखंड की दिशा में एक ठोस कदम है।
‘टेक बी’ क्या है?
“टेक बी” एचसीएल टेक का Placement Linked Skill Development Program है, जो 12वीं पास विद्यार्थियों को:
सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रशिक्षण देता है
सफल प्रशिक्षण के बाद निश्चित जॉब देता है
साथ ही स्नातक की उच्च शिक्षा का विकल्प भी प्रदान करता है
तकनीकी कौशल + नौकरी = झारखंड का उज्ज्वल भविष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार टेक्नोलॉजी और स्किल बेस्ड जॉब के लिए हर संभावित सहयोग करेगी, जो भी कंपनी/संस्थान राज्य के युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़ना चाहती है, सरकार उनके साथ खड़ी है, “गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना” के तहत विद्यार्थियों को बिना गारंटी 15 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जा रहा है.
विद्यार्थियों के लिए सुनहरा अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि:
“टेक बी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के विद्यार्थियों को समय से पहले ही अपने भविष्य को दिशा देने का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम की जानकारी राज्य के प्रत्येक विद्यालय तक पहुंचाई जानी चाहिए।”
उपस्थित गणमान्य
इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन, झारखण्ड सरकार की मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, स्कूली शिक्षा विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक शशि रंजन, HCL टेक के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुब्बारमण बालासुब्रमण्यम सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
यह समझौता न केवल झारखंड के विद्यार्थियों के लिए तकनीकी क्षेत्र में रोज़गार के रास्ते खोलेगा, बल्कि राज्य को डिजिटल इंडिया मिशन से भी मजबूती से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगा। “टेक बी” प्रोग्राम के तहत युवाओं को स्कूली शिक्षा के बाद ही करियर की स्पष्ट दिशा मिल सकेगी।
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