शिल्पी नेहा तिर्की ने अपने बयानों पर दी सफाई: झारखंड में डेमोग्राफी चेंज का मुद्दा
शुक्रवार को बिहारियों को घुसपैठिया कहने वाली कांग्रेस की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की दो दिनों तक मीडिया से दूरियां बनाने के बाद आज आखिरकार मीडिया से मुखातिब हुई। और अपने दिए गए बयानों को लेकर कहा कि उनके बयानों को तोड़मरोड़ का परोसा गया। और मीडिया की सुर्खियां बनाया गया। मैंने अपने 2 मिनट के इंटरव्यू में कहीं भी है घुसपैठियों शब्द का प्रयोग नहीं किया है और ना ही किसी की तुलना किसी और के साथ की है और आज , फिर भी मैं अपने बयान पर डटी हूँ कि झारखण्ड में डेमोग्राफी चेंज हुआ है।
और विशेष रूप से हम रांची से राजधानी से उसे बहस या चर्चा की शुरुआत करना चाहते हैं कि किस तरह से रांची की जनसंख्या क्या हुआ करती थी और आज क्या है। लगातार बाहरी लोगों का यहां आवागमन हुआ पांचवी अनुसूची राज्य होने के बावजूद भी यहां सभी कानून को तात्पर्य रखते हुए आदिवासियों का जमीन लूट गया है बड़े-बड़े मॉल बनाए गए हैं बड़े-बड़े अपार्टमेंट खड़ा किए गए हैं
और आज जो लोग बाहर से आकर इन अपार्टमेंट में रह रहे हैं क्या यहां पर बसे हैं आदिवासियों की जमीन खरीद कर। उनको 1985 का गजट नोटिफिकेशन लागू करते हुए रघुवर दास की सरकार मैं उन सभी को स्थानीय निवासी घोषित करने का काम किया…