नई दिल्ली,14 अप्रैल 2025: आज पूरा देश संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 135वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। इस पावन अवसर पर संसद परिसर स्थित प्रेरणा स्थल पर राष्ट्र की शीर्ष हस्तियों ने एकत्र होकर उन्हें नमन किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति डॉ. जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत अनेक नेताओं ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
“बाबासाहेब का सपना – हर नागरिक को मिले सामाजिक न्याय”
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा:
सभी देशवासियों की ओर से भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। यह उन्हीं की प्रेरणा है कि देश आज सामाजिक न्याय के सपने को साकार करने में समर्पित भाव से जुटा हुआ है। उनके सिद्धांत एवं आदर्श आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण को मजबूती और गति देने वाले हैं। pic.twitter.com/Qhshv4uK7M
“भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को नमन। हम उनके सपनों का भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां समानता, सामाजिक न्याय और सम्मान हर नागरिक का अधिकार हो।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की सोच और योगदान केवल संविधान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समानता और अधिकारों के लिए एक सतत प्रेरणा स्रोत हैं।
सामाजिक न्याय की भावना का उत्सव
डॉ. अंबेडकर जयंती केवल एक जन्मतिथि नहीं, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन, शिक्षा के अधिकार, और समावेशी समाज के विचारों का उत्सव है। पूरे देश में आज के दिन रैलियां, संगोष्ठियां, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में डॉ. अंबेडकर के विचारों पर आधारित व्याख्यान और परिचर्चा की जा रही है। कई जगहों पर रक्तदान शिविर और जागरूकता रैलियों का भी आयोजन किया गया है।
डॉ. अंबेडकर की 135वीं जयंती पर राष्ट्र ने एक बार फिर उनके दृढ़ संकल्प, अद्वितीय योगदान और अमर विचारों को स्मरण किया। आज का दिन हमें याद दिलाता है कि उनका सपना – एक समतामूलक, न्यायपूर्ण और शिक्षित भारत – अभी अधूरा नहीं, बल्कि सतत निर्माण की प्रक्रिया में है।