अमेरिका की पाकिस्तान को दो टूक: भारत की स्ट्राइक का जवाब देने की गलती मत करना!

MunadiLive ब्यूरो , 7 मई 2025: भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जहां पाकिस्तान में खलबली मची हुई है, वहीं अब अमेरिका ने भी खुलकर भारत के पक्ष में खड़ा होते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दे दी है। व्हाइट हाउस के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है—“भारत की जवाबी कार्रवाई पर कोई प्रतिघात करने की सोच भी मतना!”

मार्को रूबियो का बड़ा बयान: “भारत को कार्रवाई का पूरा अधिकार”
व्हाइट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा:
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“भारत को अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और आतंकवाद के खिलाफ ठोस जवाब देने का पूरा अधिकार है। पाकिस्तान को चाहिए कि वह आगे कोई भड़काऊ कदम न उठाए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
पाकिस्तान को अमेरिका की कड़ी चेतावनी


व्हाइट हाउस सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी अधिकारियों को सीधे संदेश भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि भारत की एयरस्ट्राइक आतंकवाद के खिलाफ एक सीमित और जवाबी कार्रवाई थी।
पाकिस्तान अगर इसके जवाब में कोई सैन्य कदम उठाता है, तो अमेरिका उसकी कूटनीतिक और रक्षा संबंधी नीतियों की समीक्षा कर सकता है।
पाकिस्तान को सलाह दी गई है कि वह तनाव को कम करे और आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कदम उठाए।
दुनिया को मिल रहा भारत का समर्थन
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को केवल अमेरिका ही नहीं, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देशों से भी समर्थन मिला है। इन सभी ने भारत की कार्रवाई को “आत्मरक्षा में उठाया गया न्यायोचित कदम” बताया है और पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
पाकिस्तान की स्थिति हुई असहज
अमेरिका की इस कड़ी चेतावनी ने पाकिस्तान को कूटनीतिक मोर्चे पर अकेला कर दिया है। इस्लामाबाद में NSC (नेशनल सिक्योरिटी कमेटी) की आपात बैठक बुलाई गई है जिसमें जवाबी कदमों पर चर्चा की जा रही है, लेकिन अमेरिका की सख्त भाषा ने पाकिस्तान के विकल्प सीमित कर दिए हैं।
MunadiLive विश्लेषण: ‘भारत अब कूटनीतिक रूप से भी मजबूती से खड़ा है’
पिछले दशक में भारत ने वैश्विक मंचों पर जिस प्रकार से आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाया है, उसका असर अब दिखाई दे रहा है। अमेरिका की यह सीधी चेतावनी यह बताती है कि भारत के खिलाफ कोई भी कदम अब सिर्फ एक देश से नहीं, पूरे विश्व समुदाय से टकराने जैसा होगा।