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पाकुड़: आगलगी से होटल जलकर पूरी तरह राख

पाकुड़

देर रात लगी आग से लाखों का नुकसान, बड़ी दुर्घटना टली

पाकुड़ से सुमित भगत की रिपोर्ट: झारखंड के पाकुड़ जिले के हिरणपुर बाजार में बुधवार की रात हुई आगलगी ने एक होटल को पूरी तरह खाक कर दिया। अचानक लगी इस भीषण आग में लाखों रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। हालांकि आसपास की अन्य दुकानों को बचा लिया गया, जिससे बाजार में बड़े हादसे की आशंका टल गई।

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कैसे लगी आग?
यह घटना हिरणपुर बाजार के चार नंबर गली की है। यहां स्थित एक खपरैल और लकड़ी से बनी होटल रानीपुर निवासी गुलाब किवरिया की है। गुलाब किवरिया ने यह होटल तीन साल पहले अकरम अंसारी को किराए पर दिया था।
बुधवार की देर शाम होटल संचालक ने होटल बंद किया और अपने घर हाथकाठी चले गए। रात करीब 10:30 बजे स्थानीय लोगों ने होटल से धुआं और लपटें उठते देखीं और तुरंत आग लगने की सूचना संचालक को दी।

आग फैलने से बढ़ा खतरा
जब तक संचालक और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, आग तेज लपटों के साथ फैलने लगी थी। होटल की छत और दीवारें लकड़ी की होने के कारण आग और भी तेजी से भड़क गई।
स्थानीय लोगों ने मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश की और कुछ हद तक सफलता भी मिली, जिससे आग अन्य दुकानों तक नहीं पहुंच पाई। वरना बाजार में भारी तबाही मच सकती थी।

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दमकल और पुलिस की भूमिका
सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया गया।
इसके साथ ही हिरणपुर थाना के एएसआई दिलीप कुमार मंडल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।

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होटल संचालक का बयान
होटल संचालक अकरम अंसारी ने बताया कि गुरुवार को लगने वाले साप्ताहिक हाट के लिए उन्होंने बड़ी मात्रा में भोजन सामग्री पहले से खरीदकर रखी थी।
उन्होंने कहा –

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“आग में होटल का पूरा किचन सेटअप, टेबल-कुर्सियां, भोजन बनाने के सभी बर्तन और खाद्य सामग्री जलकर राख हो गए। अनुमानित रूप से करीब डेढ़ लाख रुपये से अधिक की क्षति हुई है।”

आग लगने का कारण अब तक अज्ञात
अब तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोगों का मानना है कि शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी वजह से यह आग लगी होगी।
फिलहाल पुलिस और अग्निशमन विभाग मामले की जांच कर रहे हैं।

बड़ी तबाही से बचा बाजार
अगर आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता तो यह आसपास की दुकानों तक फैल सकती थी, जिससे पूरा बाजार प्रभावित हो जाता। स्थानीय लोगों का कहना है कि समुदाय की त्वरित प्रतिक्रिया और दमकल की तत्परता के कारण एक बड़ी आपदा टल गई।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना से बाजार में दहशत का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि हिरणपुर बाजार में फायर सेफ्टी की व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
लोगों ने यह भी कहा कि लकड़ी और खपरैल से बने कई पुराने ढांचे बाजार में मौजूद हैं, जो किसी भी समय अग्निकांड का कारण बन सकते हैं।

पाकुड़ के हिरणपुर बाजार में बुधवार रात हुई आगलगी ने एक बार फिर बाजार क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन आर्थिक नुकसान काफी बड़ा है।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि घटना की जांच की जा रही है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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