भाजपा की संविधान बदलने की मंशा पर फिरा पानी, सदन में निकाल रहे कुंठा पवन खेड़ा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी संविधान बदलने की मंशा विफल हो चुकी है, जिसके कारण वे अब संसद में अपनी कुंठा निकाल रहे हैं। उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर आरोप लगाया कि वे संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा और आरएसएस संविधान को बदलने और देश के वंचित वर्गों के अधिकार छीनने का प्रयास कर रही थी। जनता और विपक्ष के प्रबल विरोध ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।
खेड़ा ने कहा कि विफलता के बाद भाजपा अब संसद में अनावश्यक बहस और विवाद खड़ा कर रही है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश बताया। खेड़ा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को कमजोर कर मनुस्मृति जैसे विचारों को बढ़ावा देना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति संविधान-विरोधी और समाज-विभाजनकारी है।
खेड़ा ने कहा कि विपक्ष संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट है। उन्होंने भाजपा की मंशा को हराने के लिए जनता से साथ देने की अपील की।
उन्होंने भाजपा की संसद में आक्रामकता को उनकी राजनीतिक हताशा का नतीजा बताया। खेड़ा ने कहा कि जनता ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को पहचान लिया है, और 2025 के चुनावों में इसका असर दिखेगा।
पवन खेड़ा ने भाजपा को संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों का सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि देश के सभी नागरिकों को मिलकर इस साजिश का विरोध करना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि जनता संविधान और लोकतंत्र की रक्षा में विपक्ष का साथ देगी।