धरती आबा की धरती पर राष्ट्रपति का स्वागत | बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर हेमंत सोरेन ने किया भव्य अभिनंदन

धरती आबा के आंगन में राष्ट्रपति! बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया आत्मीय स्वागत | आदिवासी अस्मिता और गौरव का ऐतिहासिक क्षण

रांची 31 जुलाई 2025: धरती आबा बिरसा मुंडा की पावन भूमि पर आज एक ऐतिहासिक क्षण साक्षी बना, जब झारखंड की बेटी और देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रांची में कदम रखा। जैसे ही उनका विमान बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उतरा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें परंपरागत आदिवासी शैली में भव्य स्वागत किया। यह दृश्य सिर्फ एक औपचारिक मिलन नहीं था, बल्कि आदिवासी समाज की सांस्कृतिक अस्मिता और राष्ट्रीय गौरव का सजीव प्रतीक था। जिस धरती ने बिरसा जैसे महान योद्धा को जन्म दिया, उसी धरती पर आज पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के स्वागत में मातृभूमि ने अपना आंचल बिछा दिया।
आदिवासी गौरव का अद्वितीय क्षण
जैसे ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विमान से उतरीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। साथ ही परंपरागत आदिवासी नृत्य की धुन पर ढोल-नगाड़ों और मादलों की गूंज के बीच राष्ट्रपति का अभिनंदन हुआ। झारखंड की संस्कृति, पहचान और संघर्ष के प्रतीक इस स्वागत समारोह ने पूरे राज्य को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति से आत्मीयता के साथ हाथ मिलाया और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट करते हुए कहा,
“झारखंड की धरती आपको गर्व से नमन करती है।”

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट बना ऐतिहासिक गवाह
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट का नाम ही स्वाभिमान और संघर्ष का परिचायक है। आज जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जो खुद आदिवासी समाज से आती हैं, इसी हवाई अड्डे पर उतरीं, तो यह सिर्फ एक प्रोटोकॉल नहीं था, बल्कि इतिहास और वर्तमान के मिलन का क्षण था। राष्ट्रपति का यह आगमन झारखंड के हर वासी के लिए गर्व और गौरव का विषय बन गया।

दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत, राजभवन में विश्राम
राष्ट्रपति मुर्मू का यह झारखंड दौरा दो दिन का है। देवघर में एम्स के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के बाद वे रांची पहुंचीं, जहां राजभवन में उनका रात्रि विश्राम निर्धारित है। राजभवन में उनके स्वागत की विशेष तैयारी की गई है। मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मंत्रिमंडल के सदस्य, उच्च अधिकारी और कुछ चुनिंदा विशिष्टजनों से राष्ट्रपति की औपचारिक मुलाकात होनी है।

सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासन ने त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बना रखा है। एयरपोर्ट से राजभवन तक के पूरे मार्ग को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। सुरक्षा एजेंसियां हर सेकंड अलर्ट मोड पर हैं। ट्रैफिक डायवर्जन से लेकर ड्रोन उड़ानों पर रोक तक, हर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा गया है।
हेमंत सोरेन ने जताया सम्मान, बोले – राष्ट्रपति आदिवासी स्वाभिमान की प्रतीक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति के स्वागत के बाद मीडिया से बातचीत में कहा:
“राष्ट्रपति मुर्मू का झारखंड आगमन आदिवासी समाज ही नहीं, पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। वे संघर्ष, सेवा और सादगी की प्रतीक हैं। आज धरती आबा की धरती उन्हें नमन कर रही है।” उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति का यह दौरा झारखंड को एक नई प्रेरणा देगा, विशेषकर आदिवासी बेटियों के लिए यह संदेश है कि कोई भी शिखर असंभव नहीं।

आज रांची में जो दृश्य उभरा, वह केवल एक राजकीय औपचारिकता नहीं थी। यह एक संस्कृति, इतिहास और आत्म-सम्मान का महापर्व था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बिरसा की धरती पर आगमन हर झारखंडवासी के लिए गर्व का विषय है। जब धरती आबा की माटी ने अपनी बेटी का आलिंगन किया, तो यह इतिहास के पन्नों पर एक स्वर्णाक्षर बन गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भव्य स्वागत और झारखंड की परंपरा के साथ जुड़ाव ने इस क्षण को और भी गरिमामय बना दिया।