रांची के किसान रामदास बेदिया को मिला राष्ट्रपति भवन से डिनर का न्योता | पीएम आवास योजना में समय से पहले निर्माण पर मिला सम्मान

रांची : झारखंड की राजधानी रांची से सटे अनगड़ा प्रखंड का एक साधारण किसान अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। रामदास बेदिया, जो आमतौर पर खेतों में मेहनत करते हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत समय से पहले अपना पक्का घर तैयार करने के लिए राष्ट्रपति भवन में डिनर का विशेष निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण न केवल रामदास बेदिया के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे झारखंड, विशेषकर अनगड़ा प्रखंड के बीसा गांव के लिए प्रेरणा बन गया है। राष्ट्रपति भवन से निमंत्रण पत्र मिलने के बाद गांव में उत्सव का माहौल बन गया है।

आम किसान, असाधारण उपलब्धि
रामदास बेदिया पेशे से एक किसान हैं। उनका जीवन सादगी और मेहनत से भरा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें सरकारी सहायता से एक पक्का घर बनवाने का मौका मिला। लेकिन उन्होंने इस योजना को केवल लाभ नहीं, बल्कि सम्मान और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में लिया। जहां अधिकांश लाभुक योजना के तहत निर्धारित समय में भी घर पूरा नहीं कर पाते, वहीं रामदास ने समय से पहले निर्माण पूरा कर प्रशासन को चौंका दिया। उनका घर न केवल मजबूत और सुंदर है, बल्कि गांव के बाकी लोगों के लिए एक मॉडल हाउस बन गया है।
राष्ट्रपति भवन में डिनर और 15 अगस्त पर विशेष निमंत्रण
सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रेरणास्रोत लाभुकों की एक सूची बनाई गई, जिसमें पूरे देश से चुने गए कुछ चुनिंदा लोगों को स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने और राष्ट्रपति भवन में डिनर करने के लिए आमंत्रित किया गया। रामदास बेदिया इस सूची में झारखंड से एकमात्र नाम हैं। अब वे दिल्ली जाएंगे, जहां उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ डिनर में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, 15 अगस्त को लाल किले से होने वाले ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी वे उपस्थित रहेंगे। यह सम्मान किसी आम नागरिक के लिए जीवन का सबसे बड़ा क्षण हो सकता है।
गांव में खुशी का माहौल, पूरे इलाके को है गर्व
बीसा गांव में जैसे ही यह खबर फैली कि रामदास बेदिया को राष्ट्रपति भवन से न्योता मिला है, गांव के लोगों ने मिठाइयाँ बांटी, ढोल-नगाड़े बजे और पूरे मोहल्ले ने सामूहिक रूप से उन्हें बधाई दी। गांव के मुखिया से लेकर स्कूल के बच्चों तक, हर कोई उन्हें गर्व और प्रेरणा का स्रोत मान रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा – “यह हमारी जमीन का बेटा है, जिसने प्रधानमंत्री योजना को सच में ‘जन योजना’ बना दिया। ऐसे लोग ही असली न्यू इंडिया बना रहे हैं।”
रामदास बोले – ये मेरे गांव और राज्य का सम्मान है
राष्ट्रपति भवन से निमंत्रण मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए रामदास बेदिया ने कहा –
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“मैं एक साधारण किसान हूं। कभी नहीं सोचा था कि एक दिन दिल्ली में राष्ट्रपति भवन जाऊंगा। यह केवल मेरा नहीं, बल्कि मेरे गांव, पंचायत, और झारखंड का सम्मान है। प्रधानमंत्री जी और सरकार को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने आम लोगों को भी मंच दिया।”
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उन्होंने यह भी कहा कि इस अनुभव से प्रेरित होकर वे गांव के अन्य लोगों को भी समझाएंगे कि सरकारी योजनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए और स्वावलंबन की ओर बढ़ना चाहिए।
रामदास बेदिया जैसे नागरिक इस बात का प्रमाण हैं कि यदि सरकारी योजनाओं का सही उपयोग किया जाए और उनमें जनभागीदारी हो, तो वे केवल ‘योजना’ नहीं, बल्कि ‘क्रांति’ का रूप ले सकती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाभुक का राष्ट्रपति भवन में डिनर करना और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर शामिल होना यह दर्शाता है कि भारत का लोकतंत्र अब केवल कागज़ पर नहीं, जमीनी हकीकत में भी आम जनता के साथ खड़ा है।