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रांची में 200 बिस्तरों वाले अत्याधुनिक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना के लिए सीसीएल ने किया ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौता

रांची : झारखंड के लोगों को उन्नत और किफायती स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कांके, रांची में 200 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना के लिए बाबासाहेब अंबेडकर वैद्यकीय प्रतिष्ठान (बीएवीपी) और धन्वंतरी आरोग्य सेवा संस्थान (डीएएसएस) के साथ एक ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौता किया।

यह भव्य समारोह सीसीएल मुख्यालय, दरभंगा हाउस, रांची में आयोजित किया गया, जिसमें सीसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) निलेन्दु कुमार सिंह ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके नेतृत्व में इस पहल को न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि इसे झारखंड की जनता के लिए एक नई उम्मीद के तौर पर भी देखा जा रहा है।
अस्पताल की प्रमुख विशेषताएं
- 200 बिस्तरों की क्षमता वाला पूर्ण रूप से अत्याधुनिक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल।
- उन्नत तकनीकों और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित।
- विशेषज्ञता: कार्डियोलॉजी, पल्मोनोलॉजी और न्यूरोलॉजी जैसी गंभीर चिकित्सा सेवाएं।
- झारखंड और आसपास के क्षेत्रों के लिए किफायती और सुलभ चिकित्सा सेवाएं।

सीसीएल की ऐतिहासिक पहल
सीसीएल ने न केवल कोयला उत्पादन में अपनी दक्षता साबित की है, बल्कि समाज के हर वर्ग के जीवन में सुधार लाने के लिए भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस अवसर पर सीएमडी निलेन्दु कुमार सिंह ने कहा की “सीसीएल का उद्देश्य केवल उद्योग और उत्पादन तक सीमित नहीं है। हमारा लक्ष्य लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना और समाज के समग्र विकास में योगदान देना है। यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल इसी दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।”उन्होंने आगे कहा कि यह परियोजना झारखंड के हर वर्ग के लिए उच्च गुणवत्ता और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करेगी। उन्होंने इस सफलता का श्रेय सीसीएल के कर्मचारियों और हितधारकों को दिया और इसे सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया।



समारोह में सीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी एवं सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
विशेष रूप से पवन कुमार मिश्रा (निदेशक, वित्त), हर्ष नाथ मिश्र (निदेशक, कार्मिक), ए. सी. मोहंता, डॉ. रत्नेश जैन, आर. आर. सिंह, पी. के. साहू, अमित प्रकाश, इसके अतिरिक्त, बीएवीपी और डीएएसएस के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने अपनी भागीदारी दी।
बीएवीपी और डीएएसएस का महत्वपूर्ण सहयोग
बाबासाहेब अंबेडकर वैद्यकीय प्रतिष्ठान (बीएवीपी) और धन्वंतरी आरोग्य सेवा संस्थान (डीएएसएस), जो अपने सामाजिक और चिकित्सा सेवा कार्यों के लिए प्रसिद्ध हैं, इस परियोजना को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। महाराष्ट्र स्थित बीएवीपी अपनी विशेषज्ञता और समर्पण के लिए देशभर में ख्यात है।
झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति
यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल न केवल झारखंड बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। यह पहल झारखंड के हर नागरिक को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सीसीएल: समाज कल्याण में अग्रणी
सीसीएल ने हमेशा से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है। यह अस्पताल समाज के कल्याण और क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक नई प्रेरणा देगा।
सीएमडी निलेन्दु कुमार सिंह के नेतृत्व में, सीसीएल ने समाज के समावेशी विकास और कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। यह परियोजना इस बात का प्रमाण है कि कैसे सीसीएल अपने उद्योग के दायरे से बाहर जाकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहा है।