- आदिवासी मुद्दे
- आंदोलन
- क्राइम
- क्षेत्रीय समाचार
- गाँव विकास
- झारखंड राजनीति
- झारखंड समाचार
- झारखंड सरकार
- ट्रेंडिंग खबरें
- धरना प्रदर्शन
- धर्म और संस्कृति
- धार्मिक समाचार
- पुलिस कार्रवाई
- पुलिस_जांच
- रांची
- राजनीति
- राजनीति और शासन
पांच घंटे बाद खुला दिउड़ी मंदिर का ताला, ट्रस्ट बनाने को लेकर ग्रामीण कर रहे विरोध

रांची : रांची से सटे तमाड़ क्षेत्र में स्थित दिऊड़ी मंदिर पर आज सुबह कुछ लोगों ने ताला जड़ दिया था। बताया गया की स्थानीय आदिवासी लोग दिऊड़ी मंदिर ट्रस्ट के गठन के विरोध में एकजुट हो गए हैं। इसी के विरोध में ग्रामीणों ने मंदिर में आज अहले सुबह ताला जड़ दिया था। पांच घंटे तक श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश करना बंद रहा। इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने मंदिर का ताला खुलवाया। विरोध कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि ट्रस्ट का गठन अवैध तरीके से किया गया है। मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य के शिलान्यास के बाद से ग्रामीण नाराज हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्थानीय विधायक विकास कुमार मुंडा ने 8 करोड़ लागत राशि की सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया था।

इधर, एसडीएम मोहन लाल मरांडी ने कहा की असामाजिक तत्वों ने देर रात तालाबंद कर दिया है। जल्द ही सभी को चिन्हित कर करवाई की जाएगी। एसडीएम और डीएसपी रती भान सिंह ने मंदिर पर लगे ताले को खोल दिया है और श्रद्धालु मंदिर में पूजा-पाठ करना शुरू कर दिए हैं। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच समझौता की बात चल रही है।
ग्रामीण आज एक विशेष ग्राम सभा करेंगेः दिउड़ी मंदिर क्षेत्र के स्थानीय ग्रामीण आज एक विशेष ग्राम सभा करेंगे जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि वे मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए तैयार नहीं हैं और ट्रस्ट गठित करने के तरीके से वे सहमत नहीं हैं। इस मुद्दे पर प्रशासन को भी सूचित किया गया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला गया। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी मांगों के लिए अडिग रहेंगे और मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।

वहीं, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सोरेन सरकार पे हमला करते हुए कहा कि दिऊड़ी मंदिर पर वहां के स्थानीय आदिवासी लोगों का अधिकार है। क्षेत्र के आदिवासी वर्षों से वहां मंदिर में पूजा पाठ का काम संभालते थे, लेकिन अब सरकार मंदिर को अपने कब्जे में लेना चाहती है।