दलमा में स्थायी रूप से रह रहा पलामू का बाघ

जमशेदपुर: पलामू टाइगर रिजर्व से आया बाघ अब दलमा वन क्षेत्र में स्थायी रूप से बस गया है। हाल ही में पिंडराबेड़ा के पास लगे ट्रैकिंग कैमरे में उसकी स्पष्ट तस्वीर कैद हुई, जिसमें वह पूरी तरह से स्वस्थ और तंदुरुस्त नजर आ रहा है।

बाघ के लिए दलमा बना सुरक्षित ठिकाना
डीएफओ सबा आलम अंसारी ने जानकारी दी कि बाघ ने हाल ही में एक सांड का शिकार किया है और यहां उसके लिए पर्याप्त भोजन और पानी उपलब्ध है। वन विभाग ने बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 100 से अधिक ट्रैकिंग कैमरे लगाए हैं।

बाघ की यात्रा: पलामू से दलमा तक
31 दिसंबर: पहली बार चांडिल के तुलग्राम जंगल में दिखा।


इसके बाद: दलमा में पहुंचकर मोर और बैल का शिकार किया।
कुछ समय के लिए पश्चिम बंगाल गया, लेकिन 23 जनवरी को माकुली जंगल में फिर बैल का शिकार कर दलमा लौट आया।
सतर्कता और निगरानी जारी
वन विभाग के अनुसार, बाघ पर्यटक क्षेत्र से दूर है और उस पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। दलमा में बाघ की मौजूदगी से वन्यजीव प्रेमियों में उत्साह है, लेकिन वन विभाग ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और बाघ के आवासीय क्षेत्र में अनावश्यक रूप से न जाने की अपील की है।