झारखंड में मूसलधार बारिश का कहर, कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
झारखंड में भारी बारिश का कहर, सिमडेगा-गढ़वा सहित कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
रांची, 26 जुलाई 2025 : झारखंड के कई जिलों में बीते 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के सिमडेगा, लातेहार और गढ़वा जिलों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई, जिससे मुख्य सड़कों और कॉलोनियों में पानी भर गया है। वहीं, मौसम विभाग ने आगामी 24 से 48 घंटे के लिए और भी गंभीर चेतावनी जारी की है, जिसने आम जनता और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
मौसम विभाग ने पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर), पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) और सरायकेला-खरसावां जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में 150 मिलीमीटर या उससे अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है। साथ ही 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
राजधानी रांची समेत गुमला, लोहरदगा, खूंटी, और सिमडेगा जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों में तेज बारिश के साथ गर्जन, वज्रपात और आंधी की भी संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र झारखंड की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे दक्षिणी, मध्य और उत्तर-पश्चिमी झारखंड में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
सिमडेगा जिला मुख्यालय में आज सुबह से लगातार तेज बारिश होती रही। मुख्य बाजार, अस्पताल चौक, शांति नगर और बांसजोर रोड में जलजमाव के हालात बन गए हैं। जिला प्रशासन ने नगरपालिका की टीम को पंप लगाकर पानी निकालने का निर्देश दिया है। लातेहार और गढ़वा के कई ग्रामीण इलाकों में मिट्टी के पुल ध्वस्त हो गए हैं, जिससे दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है।
रांची में कोकर, डोरंडा और अशोक नगर जैसे इलाकों में जलभराव के कारण स्कूली बच्चों और दफ्तर जाने वालों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर दोपहिया वाहन फिसलने से दुर्घटनाएं भी हुईं। ट्रैफिक पुलिस को जगह-जगह ट्रैफिक डायवर्जन लगाना पड़ा।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जब तक अत्यावश्यक न हो, तब तक वे घरों से बाहर न निकलें। खुले में बिजली के खंभों, पेड़ों और जलजमाव वाले रास्तों से दूर रहें। झारखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिला प्रशासन को अलर्ट मोड में रखा है और राहत-बचाव दलों को सक्रिय कर दिया गया है।
रांची जिला प्रशासन ने सभी अंचल और प्रखंड अधिकारियों को अपने क्षेत्र में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है। विशेष रूप से नदियों के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं एनडीआरएफ की टीमों को भी तैयार रहने को कहा गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
बिजली विभाग ने भी बारिश और आंधी के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी है। जलभराव वाले क्षेत्रों में बिजली के कनेक्शन को काट दिया गया है ताकि कोई हादसा न हो। विद्युत उपभोक्ताओं को चेतावनी दी गई है कि गीले हाथों से स्विच या उपकरण न छुएं।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा है, ताकि जलजनित रोगों की स्थिति से निपटा जा सके। इसके अलावा नगर निगम की टीमें जलजमाव वाले क्षेत्रों में फॉगिंग और क्लोरीन का छिड़काव कर रही हैं।
राज्य सरकार की ओर से बताया गया है कि हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। सभी जिलों के डीसी और एसपी को संवेदनशील क्षेत्रों में टीम तैनात करने और जरूरतमंद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। झारखंड के सीएम कार्यालय ने भी कहा है कि यदि हालात ज्यादा बिगड़ते हैं तो राहत शिविर खोले जाएंगे।
झारखंड इन दिनों मॉनसून की तीव्रता से बुरी तरह प्रभावित है। सरकार और प्रशासन सक्रिय है, लेकिन जनसहभागिता और सतर्कता सबसे ज़रूरी है। बारिश राहत भी है, पर लापरवाही जानलेवा बन सकती है। अतः सावधानी ही सुरक्षा है।