भारत का 15वां उपराष्ट्रपति कौन? मतदान पूरा, आज रात होगा ऐलान

एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के बी सुदर्शन रेड्डी के बीच कांटे की टक्कर
नई दिल्ली: देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इस सवाल का जवाब अब कुछ ही घंटों में मिल जाएगा। संसद भवन में शनिवार को हुए मतदान में सभी प्रमुख नेताओं और सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चले इस मतदान में अधिकांश सांसदों ने हिस्सा लिया। मतदान समाप्त होते ही मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई और आज रात तक परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

एनडीए और इंडिया ब्लॉक आमने-सामने
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला सीधा एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) और इंडिया ब्लॉक (विपक्षी गठबंधन) के बीच है। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है, जो कि तमिलनाडु से आते हैं और लंबे समय तक भाजपा संगठन में सक्रिय रहे हैं। दूसरी ओर, इंडिया ब्लॉक ने पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है। जस्टिस रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं और उन्होंने कई ऐतिहासिक मामलों में अहम भूमिका निभाई है।
इस्तीफे के बाद खाली हुआ पद
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ था। उन्होंने अचानक स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया। उनके इस्तीफे से पैदा हुई रिक्ति ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी और तभी से उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां तेज हो गई थीं।
मतदान की प्रक्रिया
मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपना वोट डाला। इसके बाद एक-एक कर सभी सांसदों ने मतदान किया। लोकसभा और राज्यसभा के कुल 788 सांसदों को मतदान का अधिकार है, हालांकि कुछ सांसद व्यक्तिगत कारणों से अनुपस्थित रहे। सूत्रों के मुताबिक, मतदान प्रतिशत काफी अधिक रहा और दोनों ही खेमों ने दावा किया कि उनके पक्ष में बहुमत है।
परिणाम पर टिकी निगाहें
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे न सिर्फ उपराष्ट्रपति पद के लिए अहम होंगे, बल्कि 2029 के आम चुनाव की दिशा में गठबंधन राजनीति का भी संकेत देंगे। अगर एनडीए उम्मीदवार जीतते हैं तो यह प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के लिए एक और राजनीतिक सफलता होगी। वहीं, अगर इंडिया ब्लॉक का उम्मीदवार जीत हासिल करता है तो यह विपक्ष के लिए बड़ा मनोबल साबित होगा।

सांसदों की भूमिका
उपराष्ट्रपति चुनाव में सीधे जनता भाग नहीं लेती, बल्कि यह चुनाव सांसदों के जरिए होता है। चूंकि वर्तमान में लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए का पलड़ा भारी है, इसलिए राजनीतिक विश्लेषक एनडीए उम्मीदवार को बढ़त में मान रहे हैं। हालांकि, इंडिया ब्लॉक का दावा है कि कई स्वतंत्र और क्षेत्रीय दल उनके साथ आए हैं, जिससे मुकाबला कड़ा हो गया है।

उम्मीदवारों का राजनीतिक महत्व
सीपी राधाकृष्णन: भाजपा के वरिष्ठ नेता, संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं। तमिलनाडु से आते हैं और दक्षिण भारत में पार्टी की पैठ बढ़ाने में योगदान दिया है।
जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, अपने न्यायिक फैसलों और ईमानदार छवि के लिए प्रसिद्ध। विपक्ष का मानना है कि उनका चुनाव राजनीति से परे एक संदेश देगा।
आज रात होगा फैसला
मतगणना प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। सूत्रों के अनुसार, देर रात तक नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही यह तय हो जाएगा कि देश का 15वां उपराष्ट्रपति कौन होगा। नई दिल्ली से लेकर राज्यों तक राजनीतिक कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी उत्सुकता से नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।